लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, घर-दुकान में घुसा पानी, आवागन में हो रही परेशानी
मुजफ्फरपुर में बारिश का प्रभाव काफी देखा जा रहा है जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने मुजफ्फरपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिसमें 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा वज्रपात और आंधी की भी आशंका है जिससे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। चक्रवात के प्रभाव तथा बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव के कारण पहले तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश हुई। इसके बाद शनिवार की सुबह से हो रही लगातार बारिश से जिले का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
केवल मुजफ्फरपुर शहर की बात करें तो मिठनपुरा, मदनानी लेन, ब्रह्मापुरा, बालूघाट, सिकंदरपुर, बीबीगंज, रामबाग, कालीबाड़ी आदि इलाकों में टापू का नजारा दिख रहा है। कई मोहल्लों से लोगों के घरों में बारिश का पानी घुसने की सूचना मिल रही है।
आमगोला रोड, जवाहरलाल रोड, पक्की सराय, बनारस बैंक चौक, रामबाग रोड, स्टेशन रोड, चक्कर चौक, तिलक मैदान रोड समेत शहर की सभी प्रमुख सड़कें दरिया बन गई हैं। बारिश का पानी मोती झील की कई दुकानों में प्रवेश कर गया है।
बारिश के प्रभाव:
- बाढ़ की स्थिति: मुजफ्फरपुर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
- जलभराव: शहर के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- फसलों का नुकसान: बारिश के कारण धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता है।
- स्वास्थ्य समस्याएं: जलभराव और नमी के कारण मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ सकता है।
प्रशासन की तैयारियां:
- आपदा प्रबंधन: प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं और राहत शिविरों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- जल निकासी: जल निकासी की व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है ताकि जलभराव की समस्या से निपटा जा सके।
- स्वास्थ्य सेवाएं: स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को साफ-सफाई रखने और मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी है ताकि मच्छर जनित रोगों से बचा जा सके
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