ALERT: 30 लाख या उससे अधिक की जमीन की खरीद-बिक्री की है तो रहें सतर्क, Income Tax Department ने शुरू की जांच
Bihar News मुजफ्फरपुर के निबंधन कार्यालय में आयकर विभाग ने 30 लाख से अधिक की जमीन की खरीद-बिक्री में अनियमितता की जांच की। पटना से आई टीम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2024-25 तक के दस्तावेजों को खंगाला। पैन नंबर छिपाने से टैक्स चोरी की आशंका जताई गई है। जांच के दौरान कार्यालय में अफरातफरी मची रही और अधिकारी डाटा लेकर चले गए।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News : 30 लाख रुपये या उससे अधिक मूल्य की जमीन की खरीद-बिक्री में अनियमितता को लेकर इनकम टैक्स इंवेस्टिगेशन एंड क्रिमिनल इंटेलिजेंश की नजर देश भर के निबंधन कार्यालयों पर है। इसी कड़ी में गुरुवार को आयकर इंवेस्टिगेशन एंड क्रिमिनल इंटेलिजेंश (आइएंडसीआइ) पटना एवं मुजफ्फरपुर की टीम ने जिला अवर निबंधन कार्यालय की जांच की।
पटना से आए एडिशनल डायरेक्टर आफ इनकम टैक्स आइएंडसीआइ रुपेश अग्रवाल साथ 15 अधिकारियों की टीम ने सुबह दस बजे से रात नौ बजे तक जांच की। इसके बाद रिकार्ड साथ ले गए। वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के दस्तावेज की जांच की बात कही जा रही है।
बताया जाता है कि 30 लाख या उससे अधिक की रजिस्ट्री में पैन नंबर छिपाया जा रहा है। इसके कारण टैक्स की चोरी होने की संभावना व्यक्त की गई है। इसको लेकर अधिकारियों की टीम ने अभी से लेकर पिछले तीन साल के जमीन खरीद-बिक्री के सारे डाटा को खंगाला।
सुबह दस बजे से रात पौने नौ बजे तक चली जांच के दौरान पिछले तीन साल के जमीन खरीद-बिक्री सारा डाटा ले लिया गया। उसके बाद अधिकारी चले गए। अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इंकार किया। अब डाटा जांच के बाद भी सारी बातों की जानकारी मिल पाएगी। एक अधिकारी ने कहा कि अनियमितता चाहे दस हजार की हो या दो लाख या 30 लाख की हो।
इन सारी बिंदुओं पर जांच चलेगी। आयकर की इस जांच से पूरी दिन रजिस्ट्री कार्यालय में अफरातफरी मची रही। पूरे कार्यालय के लोग एक दूसरे को संशय की दृष्टि से देखते नजर आए। जिला अवर निबंधक मनीष कुमार ने बताया कि टीम ने जमीन के बड़ी खरीद-बिक्री के दस्तावेज देखे। इसमें 10 लाख से तीस लाख एवं तीस लाख से अधिक के दस्तावेज का रिकार्ड लिया गया है।
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