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    राजस्थान की युवती को प्रेम की पींगे बढ़ाने के लिए चुकाने पड़े 5.51 लाख, ठगी का हुआ एहसास तो उठाया यह कदम

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 01:24 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में एक युवती को इंस्टाग्राम पर प्रेमजाल में फंसाकर 5.51 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। राजस्थान पुलिस ने मुजफ्फरपुर के काजीमोहम्मदपुर थाने पहुंचकर आरोपी के नाम-पते का सत्यापन किया। आरोपी विजय कुमार ने युवती को शादी का झांसा देकर कई किश्तों में रुपये लिए थे। युवती के शिकायत करने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। राजस्थान की युवती को इंटरनेट मीडिया पर प्रेम में फंसा उससे 5.51 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इसके बाद आरोपित ने युवती का नंबर ब्लाक कर दिया।

    राजस्थान के बारां जिले के साइबर थाने की पुलिस रविवार को काजीमोहम्मदपुर थाने पहुंची। आरोपित के नाम-पता का सत्यापन किया। इसके बाद नोटिस तामिला करा लौट गई। काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह ने बताया राजस्थान पुलिस आई थी। आरोपित के नाम-पता का सत्यापन कर लौट गई।

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    राजस्थान के बारां जिले के साइबर थाने से आए पुलिसकर्मी सुकेंद्र सिंह ने बताया उनके यहां इसी वर्ष जून में राजस्थान की युवती ने प्राथमिकी कराई थी। इसमें शहर के गन्नीपुर के विजय कुमार को नामजद किया है। प्राथमिकी में कहा था कि आरोपित ने इंस्टाग्राम पर उससे दोस्ती की।

    प्रेम में फंसा शादी का झांसा दिया। विश्वास में लेकर कई बार में 5.51 लाख रुपये लिए। इसके बाद आरोपित और रुपये की डिमांड करने लगा। ठगी का एहसास होने पर युवती ने साइबर थाने में प्राथमिकी कराई। आरोपित ने प्रेमिका से लिए रुपये से मोबाइल व फर्नीचर समेत कई कीमती सामान खरीदे। पुलिस छानबीन कर कार्रवाई कर रही है।

    आइडी का दुरुप्रयोग कर दोस्त ने किया धोखाधड़ी

    मुजफ्फरपुर : कुढनी थाना क्षेत्र के केरमा इलाके के निकेत कुमार ने स्पाइस मनी का आइडी का गलत दुरुप्रयोग कर आनलाइन धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है।

    इसमें कहा कि पांच से 13 अगस्त तक उसके स्पाइस मनी का आइडी दोस्त के द्वारा मनरेगा का पैसा निकासी करने को बोलकर लिया गया था। मित्र होने के कारण स्पाइस मनी का आइडी उसे दे दिया था।

    इसके बाद ओटीपी के द्वारा कही और लाग इन कर एईपीएस से गलत ट्रांजेक्शन किया। यह निकासी उसके एक्सिस बैंक में सेटल होता था। इसके पश्चात पैसा को दोस्त के बैंक खाता पर भेज दिया करता था।

    जब स्पाइस मनी का आईडी निलंबित हुआ तो दोस्त से पूछा तो वह कुछ नहीं बता रहा। इसकी शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल पर किया है। इसके साथ ही आवेदन वरीय पुलिस अधिकारियों को भी दिया है।