बिहार के इस Girls College में खुलेआम शराब पीकर आते कर्मचारी, शिक्षकों से करते बदसलूकी, आरएसएस कालेज में अराजकता
Bihar News आरएसएस महिला कालेज में अराजकता का माहौल है। कर्मचारियों पर शराब पीकर आने और शिक्षकों से बदसलूकी करने का आरोप है। जांच टीम को कॉलेज परिसर में शराब की बोतलें मिली हैं। पूर्व प्राचार्यों द्वारा स्वीकृत पद से अधिक दैनिक वेतन भोगियों की नियुक्ति की गई है। विश्वविद्यालय की जांच टीम ने अनियमितताओं की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News: आरएसएस महिला कालेज सीतामढ़ी में छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। कालेज के शिक्षकेतर कर्मचारी ही कैंपस में शराब पीकर पहुंचते हैं। इसमें एक या दो कर्मचारी नहीं बल्कि चार से पांच शामिल हैं।
मिलीं शराब की खाली बोतलें
कालेज कैंपस में ही एक साइबर कैफे खोला गया है। इसी में कालेज अवधि में कर्मचारियों की बैठक होती है। कैंपस में सरेआम शराब की खाली बोतलें भी बरामद की गई हैं। इस कारण महाविद्यालय में अराजक माहौल कायम हो गया है। कई बार दैनिक वेतन कर्मचारियों और शिक्षकों के बीच बहस और बदसलूकी की घटना भी सामने आ चुकी है।
मोबाइल छीन लिया
कालेज में एक महिला का हाथ मरोड़कर उसका मोबाइल छीनने की घटना सामने आई है। एक कर्मी को वाट्सएप ग्रुप से बाहर निकालने पर एक कर्मी बदसलूकी कर रहा था। इसी बीच महिला ने जब उसका वीडियो बनाने का प्रयास किया तो उसने हाथ मरोड़ कर मोबाइल छीन लिया।
विधि - व्यवस्था का संकट
मामले की शिकायत के बाद महाविद्यालय में पहुंची विश्वविद्यालय की जांच टीम ने महाविद्यालय में कई अनियमितता और विधि - व्यवस्था का संकट देखा है। पूछताछ के क्रम में भी कर्मी को नशे की हालत में देखा गया। पूर्व के प्राचार्यों ने मनामने तरीके से दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की नियुक्ति कर ली है।
स्वीकृत सीट से अधिक भुगतान
इस कारण कालेज में कई व्यवधान उत्पन्न हो रहे हैं। महाविद्यालय में शिक्षकेत्तर कर्मियों के आठ पद स्वीकृत हैं। इसमें खाली पड़े चार सीटों को भरने के लिए पूर्व के प्राचार्यों ने 35 दैनिक वेतन भोगियों की नियुक्ति की है। दो वर्ष से उनके वेतन का भुगतान भी हो रहा है।
शिक्षकों का लिया गया बयान
विश्वविद्यालय को मिली शिकायत के आधार पर प्राक्टर प्रो. बीएस राय के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम निरीक्षण करने कालेज में पहुंची। टीम ने कर्मचारियों से लेकर शिक्षकों से अलग-अलग बयान लिया है। बताया जा रहा है कि प्रभारी प्राचार्य ने कालेज की अराजक स्थिति की शिकायत विश्वविद्यालय से की है।
बगैर इंटरनल परीक्षा ही अंक दिए जाने का आरोप
कालेज में बगैर इंटरनल परीक्षा कराए ही अंक दिए जाने का आरोप लगाया जा रहा है। इसकी भी जांच समिति के सदस्य कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बगैर इंटरनल परीक्षा कराए ही छात्र-छात्राओं को अंक दे दिए जाते हैं। इसमें कर्मचारियों की मनमानी चलती है।
महिला शिक्षक नहीं बनना चाहती प्राचार्य
कोई छात्र या शिक्षक ने इसकी शिकायत नहीं की है। चर्चा है कि कई वरीय शिक्षकों को महाविद्यालय का प्रभारी प्राचार्य बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया तो उन्होंने इनकार कर दिया। महिला महाविद्यालय में कोई महिला शिक्षक भी प्राचार्य नहीं बनना चाहती हैं। फिलहाल प्रो. त्रिविक्रम नारायण सिंह आरएसएस महिला कालेज के प्रभारी प्राचार्य हैं।
शिकायत के आधार पर जांच टीम कालेज में पहुंची है। महाविद्यालय में कई अनियमितता और अराजक स्थिति की शिकायत मिली है। महाविद्यालय में संख्या से कई गुणा अधिक शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। कालेज से जुड़ा कई रिकार्ड देखा जा रहा है। टीम अपनी रिपोर्ट कुलपति को सौंपेगी। इस आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी।
प्रो. बीएस राय, प्राक्टर, बीआरएबीयू
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