Bihar News: बरसात के बाद जुड़ जाएंगी राज्य की दो प्रमुख नदियां, बाढ़ नियंत्रण के साथ-साथ सिंचाई की परेशानी होगी दूर
मुजफ्फरपुर में बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ो योजना का काम बरसात के बाद पूरा होगा। इससे बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई में मदद मिलेगी। शिवहर से मुजफ्फरपुर तक 68.80 किलोमीटर लंबे चैनल का सुधार किया जा रहा है ताकि बागमती का अतिरिक्त जल बूढ़ी गंडक में पहुंचे। इस योजना से 16 प्रखंडों को सीधा लाभ होगा और लगभग 130.88 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News: बरसात के बाद बागमती–बूढ़ी गंडक नदी जोड़ो योजना का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस योजना के पूरा होने से न केवल बाढ़ नियंत्रण में मदद मिलेगी, बल्कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी भी मिल सकेगा।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ई. धर्मेंद्र कुमार ने कार्य प्रगति की समीक्षा की और इसे विभाग की महत्वाकांक्षी योजना बताया। उन्होंने कहा कि बरसात के बाद योजना पूरी कर ली जाएगी।
कार्य दो चरणों में किया जा रहा है। जहां से इसकी शुरुआत होगी और जहां पर इसका समापन होगा। काम पूरा होने के बाद शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिलों को बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन के क्षेत्र में बड़ी राहत मिलेगी।
बागमती का अतिरिक्त जल पहुंचेगा बूढ़ी गंडक में
जल संसाधन विभाग के अनुसार, इस योजना के तहत शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड से मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर तक 68.80 किलोमीटर लंबे बेलवा–मीनापुर चैनल का पुनः खुदाई और सुधार (रिसेक्सनिंग) कार्य कराया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य बागमती नदी के अतिरिक्त जल को उसकी पुरानी धारा के माध्यम से बूढ़ी गंडक नदी में पहुंचाना है।
इससे बाढ़ की समस्या कम होगी और सिंचाई व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। योजना से पिपराही, डुमरी, कटसरी, तरियानी, शिवहर, पताही, पेंहार, तेतरिया, पकड़ीदयाल, मधुबन, मीनापुर, हायाघाट, बोचहा, बंदरा, मूसहरी और कल्याणपुर जैसे 16 प्रखंडों को सीधा लाभ होगा। इस परियोजना पर लगभग 130.88 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।