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    मुजफ्फरपुर में जल्द स्थापित होगी मिनरल वाटर और नमकीन बनाने वाली कंपनी की यूनिट, प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी ने दी मंजूरी

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 01:45 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के औद्योगिक क्षेत्र में 18 करोड़ रुपये के निवेश से नई उत्पादन इकाइयां स्थापित होंगी। मोतीपुर में नमकीन और दामोदरपुर में मिनरल वाटर इकाई लगेगी। बियाडा ने इस साल 27 नई औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटित की है जिससे रोजगार और स्थानीय किसानों को फायदा होगा। नई इकाइयों में कृषि उपकरण खाद्य प्रसंस्करण और रेडीमेड गारमेंट्स इकाइयां शामिल हैं।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवादाता, मुजफ्फरपुर। बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण की प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी की बैठक में नई यूनिट को मंजूरी मिली है। मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र में नमकीन निर्माण की एक यूनिट को भूमि दी गई है।

    इस परियोजना में करीब 16 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है। वहीं, दामोदरपुर औद्योगिक क्षेत्र में मिनरल वाटर एवं बोतलबंद पानी उत्पादन इकाई लगेगी। इस परियोजना में करीब दो करोड़ रुपये का निवेश होगा।

    इसके संचालन से स्थानीय बाजार में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति बढ़ने के साथ औद्योगिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही इस साल अब तक नौ महीनों के भीतर जिले में 27 नई औद्योगिक इकाइयों को विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि आवंटित की गई है।

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    बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) से मिली जानकारी के अनुसार इन नई इकाइयों में विविध क्षेत्रों की कंपनियां शामिल हैं। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ बिस्किट, आटा, मैदा, सूजी व नमकीन निर्माण इकाइयां स्थापित की जा रही हैं।

    इसके अलावा बैंडिंग वायर, सर्जिकल चिपकाने वाला टेप, गत्ते के डिब्बे (करेक्टेड बाक्स), एनिमल फीड, मिनरल वाटर व घरेलू उत्पाद निर्माण इकाइयां भी स्थापित होंगी। पहले से यहां रेडीमेड की यूनिट चल रही है।

    इधर इस साल रेडीमेड गारमेंट्स निर्माण इकाइयां पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के परिधानों के लिए अलग-अलग स्थापित की जाएंगी। कृषि उपकरण निर्माण की दिशा में कल्टीवेटर व थ्रेशर बनाने वाली इकाइयां स्वीकृत की गई हैं।

    मखाना प्रोसेसिंग यूनिट, पोल्ट्री फीड प्लांट, पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर, फ्रोजन फूड्स एवं सब्जियों की प्रसंस्करण इकाइयां भी भूमि आवंटन सूची में शामिल हैं। विभाग की ओर से उद्योग जगत में विविधता बढ़ाने के लिए उबला चावल (बायल्ड राइस) व टिशू पेपर निर्माण इकाइयों को भी हरी झंडी दी गई है।

    औद्योगिक क्षेत्र में लगातार नई इकाइयों की स्थापना से जिले की औद्योगिक तस्वीर बदल रही है। आने वाले दिनों में जिले में न केवल रोजगार के अवसर सृजित होंगे, बल्कि स्थानीय किसानों व श्रमिकों को भी लाभ मिलेगा। प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी की बैठक में लगातार नए निवेशक के प्रस्ताव की जांच के बाद मंजूरी मिल रही है।

    नीरज मिश्रा, उपमहाप्रबंधक, बियाडा