बिहार में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामले, आगे क्या, असमंजस में मुजफ्फरपुर के लोग
झारखंड और पश्चिम बंगाल में सख्ती बढाए जाने के बाद बिहार के लोगों की चिंता बढ़ गई है। सख्तीी किए जाने के बाद बच्चों की पढ़ाई व कारोबार के बुरी तरह से ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर, आनलाइन डेस्क। बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो गई है। रविवार को 158 नए संक्रमित मरीजों के मिलने के साथ ही सूबे में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा (bihar corona update)488 हो गया है। मुजफ्फरपुर की स्थिति भी तेजी से खराब होती जा रही है। रविवार को यहां भी 24 नए संक्रमित मरीज मिले। इस तरह यहां के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है। संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे आंकड़ों के बीच यहां के लोगों को यह चिंता सताने लगी है कि क्या झारखंड व पश्चिम बंगाल की तरह बिहार में भी सख्ती बढ़ाई जाएगी? यदि हां, तो इस बारे में फैसला कब होगा? हालांकि सोमवार को 15-18 वर्ष के किशाेरों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पटना के आइजीआइएमएस में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) ने इस बात के संकेत दिए हैं कि प्रतिबंध लगाने या नहीं लगाने के बारे में मंगलवार को एक बैठक होगी, इसमें ही इस आशय का फैसला लिया जाएगा। इसके बाद से स्वाभाविक रूप से सूबे के सभी लोगों को इस बैठक का इंतजार है।
स्वास्थ्य व्यवस्था इसको हैंडल कर पाएगी
दरअसल, मुजफ्फरपुर समेत पूरे सूबे के लोगों को यह चिंता सता रही है कि यदि ओमिक्रोन (omicron cases in bihar) इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो क्या हमलोगों की स्वास्थ्य व्यवस्था इस स्थिति को ठीक से हैंडल कर पाएगी? वहीं दूसरी ओर यह बात भी सता रही है कि यदि लाकडाउन लगा दिया गया तो पिछले दो साल की तरह फिर से कारोबार अौर बच्चों की पढ़ाई चौपट हो जाएगी। कल्याणी रोड निवासी स्नेहा कहती हैं कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए हमलोग पूरी तरह से डरे हुए हैं। आगे क्या होगा? यह कोई बता नहीं रहा है। अभी तो ठंड को लेकर स्कूलों को बंद कर दिया गया है , लेकिन जिस तरह से अन्य राज्यों में शिक्षण संस्थाओं को बंद कर दिया गया है, यदि उसी तरह का फैसला बिहार में लिया जाता है तो बच्चों की पढ़ाई तो पूरी तरह से चौपट ही हो जाएगी।
सरकार को कारोबार का भी ख्याल रखना चाहिए
साहू रोड के कुणाल को अपने व्यवसाय की चिंता सता रही है। कहते हैं कि पहले दिल्ली में काम करता था। कोरोना की पहली लहर के दौरान वहां से भागकर आना पड़ा। उसके बाद यहीं पर अपना काम शुरू किया हूं। रेडीमेड गारमेंट्स का काम है। गुजरे दो माह में कारोबार ने रफ्तार पकड़ी थी, किंतु फिर से लाकडाउन किया गया तो सब बर्बाद हो जाएगा। सरकार को फैसला करते हुए इसका भी ख्याल करना चाहिए।

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