काम लटकाने वाले लटक जाएंगे: उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा की भूमि विभाग में सख्ती, संपत्ति जब्त करने की दी चेतावनी
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भूमि विभाग में काम लटकाने वाले अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि काम में लापरवाही बरतने वालों के ...और पढ़ें

डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा (फाइल फोटो)
प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। राजद सरकार के खात्मे के बाद नीतीश कुमार ने राज्य की कमान संभाली थी। राज्य में सुशासन के साथ जीरो टालरेंस को लेकर वह जहां भी जाते थे, जनता शिकायतों का पिटारा खोल देती थी। शिकायतों का आन द स्पाट निपटारा। सीओ तक का सस्पेंशन। लंबे समय बाद कुछ यही दृश्य बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के श्रीकृष्ण सिंह प्रेक्षागृह में सामने आया।
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लोगों को बताया कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में जीरो टालरेंस पर काम होगा। उदाहरण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिया। पदाधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को नसीहत दी, मेरे ऊपर मुख्यमंत्री ही हैं। मेरा भी नाम लेकर कोई गलत करने की पैरवी करे तो काम नहीं करें।
मुख्यमंत्री का भी यह स्पष्ट निर्देश है। इसलिए काम लटकाने वाले लटक जाएंगे। जो बेहतर काम करेंगे उन्हें जीपीएस युक्त बाइक के साथ सम्मान भी दिया जाएगा। वहीं सरकारी संपत्ति की दाखिल खारिज करने वालों पर कार्रवाई ही नहीं, उनकी संपत्ति तक जब्त करने की चेतावनी दी।
उपमुख्यमंत्री ने संवाद की शुरुआत करते हुए खुद से आवेदकों को बुलाया। बालूघाट के आवेदक ने आते ही शिकायतों की झड़ी लगा दी।कहा, उसके घर के सामने एक व्यक्ति का बसा दिया गया। पिछले 25 वर्षों से वह कर्मचारी से लेकर लेकर अधिकारी के यहां चक्कर काट रहा हूं। नैतिकता कही बची ही नहीं। मुशहरी सीओ ने मामले में अनभिज्ञता जताई, मगर उपमुख्यमंत्री ने काउंटर सवाल दाग दिया। अगर आप इस मामले को नहीं जानते तो आपका दस्तखत कैसे है।
सर, सौ करोड़ की संपत्ति है...ये मारकर फेंक देते
सबसे रोचक मामला रमेश कुमार का आया। आवेदक ने बताया, सर पूरी संपत्ति बेचकर एक व्यावसायिक जमीन खरीदी है। इसमें मुशहरी सीओ व्यक्तिगत रूप से खेल कर रहे हैं। मृत महिला के नाम से आपत्ति डाल दी गई। बाद में दूसरी महिला के नाम से डीड संलग्न कर दिया गया।
सवाल के तुरंत बाद सीओ महेंद्रनाथ शुक्ला ने कहा, सर यह सौ करोड़ का मामला है। कलमबाग चौक के पास के इस मामले में बहुत दबाव दिलवाया गया है। बस चलता तो ये मारकर फेंक देते। अपर समाहर्ता कुमार प्रशांत ने बताया कि इस मामले में दाखिल-खारिज नियमावली का पालन नहीं किया गया था। उपमुख्यमंत्री ने इस मामले में कमेटी बनाकर जांच का आदेश दिया।
व्यथा बताते फूट पड़ीं तो सीओ ने भी माना गलती हुई ....
एक महिला ने आरोप लगाया कि राशि लेकर उसका दाखिल-खारिज के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया। अपनी व्यथा बताते-बताते वह रो पड़ी। उसके कागजात भी सही थे।उपमुख्यमंत्री के सख्त तेवर देख मुशहरी सीओ ने खुद स्वीकार कर लिया कि गलती हुई है। कहा, सर मैं गलती स्वीकार करता हूं।मैं खुद इनसे अपील कराया हूं। विजय कुमार सिन्हा संतुष्ट हुए।
हालांकि मुशहरी की लगातार समस्या को लेकर उन्होंने निर्देश दिया कि एडीएम साहेब आप खुद अंचल के मामले की मानीटरिंग करिए। 10 दिनों में रिपोर्ट दीजिए। इसी तरह अहियापुर थाना क्षेत्र की जमीन को लेकर एक महिला ने शिकायत की कि जय शंकर यादव नामक व्यक्ति ने उसकी जमीन जोत ली है। जबकि उसकी मापी हो चुकी है। सभी कागजात उसके पास हैं। मामले को एसएसपी के स्तर से निपटाने के लिए कहा गया।
सही जमीन को विवादित करने वाले जाएंगे जेल
मुशहरी के बाद कुढ़नी अंचल के मामले की सुनवाई हुई। इसमें रोचक मामला एक ही जमीन को दो लोगों द्वारा बेचे जाने की बात सामने आई। इसके अलावा फर्जी दस्तावेज आवेदन में लगाने की बात बताई गई।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, सही जमीन को विवादित करने वाले जेल जाएंगे। इस मामले में सात वर्षों तक की सजा हो सकती है। उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों से फर्जी दस्तावेज लगाने वालों की जांच का आदेश दिया।

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