उत्तर बिहार में आंधी-बारिश का व्यापक प्रभाव, क्या है पहाड़ी नदियों की स्थिति?
Bihar News उत्तर बिहार के जिलों में आंधी-बारिश का प्रभाव काफी देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिसमें तेज हवा और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। इस बीच नेपाल की तराई में हो रही बारिश की वजह से पहाड़ी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।

डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। BIHAR FLOOD NEWS: विगत दो दिनों से कभी तेज तो कभी रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से उत्तर बिहार के जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
शिवहर में बागमती का जलस्तर लाल निशान के पार हो गया है। इस साल पहली बार जलस्तर लाल निशान 61.28 मीटर के पार गया है। लाल निशान से 72 सेमी ऊपर बागमती नदी बह रही है। सुबह 62.00 मीटर जलस्तर रिकॉर्ड किया गया।
जिले के निचले इलाकों में पानी फैला है। पुरनहिया और पिपराही के इलाकों में लगातार बाढ़ का पानी फैल रहा है। कई स्थानों पर कटाव तेज हो गया है। अधिकारियों और अभियंताओं की टीम नजर रख रही है।
बेतिया की बात करें तो आधा दर्जन पहाड़ी नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। भारत नेपाल सीमा से सटे एसएसबी कैंप में सिकटा नदी का पानी घुस गया है। इसकी वजह से परेशानी हो रही है।
प्रभावित जिले:
- सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
- पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण में नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है।
- मुजफ्फरपुर, दरभंगा और समस्तीपुर में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें तेज हवाओं और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
प्रभाव:
- कृषि: तेज हवाओं और भारी बारिश से धान और सब्जियों की फसल को भारी नुकसान हो सकता है।
- जलभराव: निचले इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- बिजली और संचार व्यवस्था: तेज आंधी और बारिश से बिजली गुल होने और संचार व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है।
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