मिथिला पेंटिंग से सजी यह देश की पहली ट्रेन, गांधी जयंती पर दिल्ली से होगी रवाना
मिथिला पेंटिंग से सजी देश की पहली ट्रेन (बिहार संपर्क क्रांति) को सोमवार को दरभंगा से नई दिल्ली के रवाना किया गया। यह ट्रेन गांधी जयंती के अवसर पर नई दिल्ली से दरभंगा के लिए चलेगी।
समस्तीपुर/ दरभंगा [जागरण टीम]। मिथिला पेंटिंग से सजी बिहार संपर्क क्रांति की 19 बोगियां सोमवार को दरभंगा से नई दिल्ली के लिए रवाना हुईं। ट्रेन गांधी जयंती के दिन मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचेगी। इसे 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर नई दिल्ली से दरभंगा के लिए परिचालित किया जाएगा।
19 बोगियां मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित
ट्रेन की नौ बोगियां पहले से सजीं थीं। रेलवे ने 10 और बोगियों को मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित कर दिया। अब मात्र एक बोगी सुसज्जित होनी शेष है। क्षेत्रीय कला को स्थान देने वाली इंडियन रेलवे की यह पहली ट्रेन है। मिथिला की संस्कृति में रंगी ट्रेन चलने से मिथिलावासी गदगद हैं।
इससे पूर्व विगत 23 अगस्त 2018 को नौ बोगियां पेंटिंग से प्रदर्शित होकर पहली बार परिचालित हुई थी। मंडल रेल प्रबंधक रविंद्र कुमार जैन ने अपनी टीम के साथ समस्तीपुर जंक्शन पर पेंटिंग से सजी बोगियों का जायजा लिया और यात्रियों से बातचीत की। यात्रियों ने काफी सराहा।
पेंटिंग के माध्यम से उकेरा प्राकृतिक सौंदर्य
बोगियों पर पेंटिंग के माध्यम से प्राकृतिक सौंदर्य को उकेरा गया है। इस पर जंगल, ग्राम्य जीवन, परिवहन प्रणाली, ग्रामीण रसोई, बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ, दहेज प्रथा उन्मूलन, सूर्योदय, नदी में तैरती मछलियां, झडऩे, फलों से लदे पेड़ सहित अन्य आकृतियां हैं।
ट्रेन की एक बोगी को मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित करने के लिए 30 कलाकारों के साथ चार दिनों का समय लगा। कलाकारों ने बोगियों पर चित्रांकण करते हुए बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को एक अत्यंत ही आकर्षक रंग-रूप प्रदान किया है।
मधुबनी स्टेशन भी सुसज्जित
इससे पूर्व समस्तीपुर मंडल के मधुबनी स्टेशन को समृद्ध संस्कृति और एक शानदार इतिहास रखने वाली 'मधुबनी पेंटिंग' से सुसज्जित किया गया था, जिसे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा गया। समस्त भारतीय रेल में 'स्टेशन सौंदर्यीकरण' की दिशा में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए मधुबनी स्टेशन को रेल मंत्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। मिथिला पेंटिंग का उद्देश्य सिर्फ स्टेशनों एवं ट्रेनों को सुशोभित करना नहीं, बल्कि स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को प्रदर्शित कर पारंपरिक कला के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
अब बोगियों के अंदर होगी पेंटिंग
दरभंगा स्टेशन डायरेक्टर चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि इस ट्रेन की बोगियों को मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित करने के बाद जल्द ही भीतरी भाग में कार्य शुरू कराया जाएगा। इच्छुक कलाकारों को मौका दिया जाएगा।