बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2022: संस्कृत में अच्छी तैयारी कर लाए जा सकते हैं अधिक अंक
Bihar Board Matriculation Examination 2022 प्रारंभिक चैप्टर को अच्छे से पढ़ें। इन चैप्टर से प्रश्न अच्छी संख्या में रहेगी। पीयूषम को अच्छे से पढ़ें। क ...और पढ़ें

समस्तीपुर, जासं। Bihar Board Matriculation Examination 2022: मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में संस्कृत विषय में अच्छे अंक लाने हैं तो संस्कृत व्याकरण की तैयारी अच्छे से करें। इसका अध्ययन करना आवश्यक है। पीयूषम से 40 अंक, अनुपूरक पाठ्यपुस्तक पीयूषम से 10 अंक एवं संस्कृत व्याकरण से 50 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे। इससे हर दिन व्याकरण का अभ्यास करने से अंक अच्छे आएंगे। संस्कृत विषय में हर दिन एक से दो घंटे भी पढ़ा जाए तो अच्छे अंक लाए जा सकते हैं। उक्त जानकारी प्रभावती रामदुलारी इंटर विद्यालय कर्पूरीग्राम के संस्कृत विषय के शिक्षक घनश्याम पंडित ने देते हुए बताया कि वस्तुनिष्ठ प्रश्न की तैयारी के लिए किताब के सारे चैप्टर को पढ़ें। वस्तुनिष्ठ में सबसे ज्यादा व्याकरण से ही प्रश्न आएंगे। इस कारण व्याकरण की तैयारी करें।प्रारंभिक चैप्टर को अच्छे से पढ़ें। इन चैप्टर से प्रश्न अच्छी संख्या में रहेगी। पीयूषम को अच्छे से पढ़ें। किताब के दो तीन पहले वाले चैप्टर को अच्छे से पढ़ लें। सिलेबस कम नहीं किया गया है। सारे चैप्टर से प्रश्न आएंगे। छात्रों को संस्कृत में पत्र लिखने और अनुवाद करने का सलाह भी दी।
नियमित अध्ययन कर पाया जा सकता अव्वल अंक
मैट्रिक परीक्षा की तैयारी के दौरान अगर संस्कृत विषय को पांच बिंदुओं पर फोकस करते हुए उसका नियमित अध्ययन किया जाए तो अव्वल अंक पाया जा सकता है। पुराने प्रश्न पेपर का बार बार अभ्यास करें, फ्लो चार्ट का उपयोग करें, पढ़ाई के लिए अलग स्थान निर्धारित करें, पढ़ाई अधूरा न छोड़े और प्रतिदिन लिखित अभ्यास करें। संस्कृत विषय में भी शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किया जा सकता है। तैयारी के दौरान सरलता से कठिनता की ओर बढ़े। पांच साल के प्रश्नों का बार-बार अभ्यास करें। इससे आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी।
संस्कृत व्याकरण से जुड़े प्रश्नों का बार-बार करें लिखित अभ्यास
परीक्षा के दौरान अनावश्यक चिंतन करने के बजाए अपनी तैयारी पर ही ध्यान केंद्रित करें। मुश्किल से आत्मसात होने वाले अध्याय को अलग-अलग हिस्से में बांटकर याद करने की कोशिश करें। बड़े अध्याय से जुड़ी जानकारी को छोटे-छोटे टुकड़े में बांटे और उसका अध्ययन करें। अध्ययन के लिए आवश्यक सामग्रियों को हमेशा अपने साथ रखें। संस्कृत व्याकरण से जुड़े प्रश्नों का बार-बार लिखित अभ्यास करें ताकि लिखावट की अशुद्धता के बारे में पता चल सके।
संस्कृत में यह रहेगा पैटर्न
- प्रश्न संख्या एक से 100 तक के प्रत्येक वस्तुनिष्ठ प्रश्न के साथ चार विकल्प दिए जाते है। जिसमें से कोई एक सही रहता है। इन 100 प्रश्नों में से 50 प्रश्नों का ही उत्तर सही-सही देना है।
- अपठित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित 13 अंकों का उत्तर लिखना रहता है।
- पत्र लेखनम् 8 अंक के रहते है। जिसमें एक आवेदन पत्र चार अंक और एक पत्र चार अंक में होंगे।
- अनुच्छेद लेखनम् 7 अंक के रहेंगे। जिसमें पांच विकल्प दिए जाएंगे। इसमें से एक विषय पर कम से कम सात वाक्यों में संस्कृत में उत्तर लिखना है।
- संस्कृत में अनुवाद करें : इसमें 12 वाक्य रहता है। जिसमें से सुविधा अनुसार छह वाक्यों को संस्कृत में अनुवाद करना रहता है। जो व्याकरण की दृष्टि से शुद्धता पर ध्यान देना आवश्यक रहता है।
- लघु उत्तरीय प्रश्न 16 अंकों में दिया जाता है। जिसमें पीयूषम से 16 प्रश्न रहते है। इसमें से आठ प्रश्नों का ही उत्तर लिखना रहता है। प्रत्येक प्रश्न दो-दो अंक के होते है।

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