Muzaffarpur हो गया Samastipur Railway Division का हिस्सा, मगर इससे क्या कुछ बदलेगा, आइये जानें
Bihar News मुजफ्फरपुर जंक्शन समेत कई रेलवे स्टेशन समस्तीपुर मंडल में शामिल होने से मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है। इस परियोजना के शुरू होने से लोगों को दरभंगा जाने में आसानी होगी और मुजफ्फरपुर जंक्शन के विकास कार्यों में तेजी आएगी। समस्तीपुर रेल मंडल का क्षेत्र भी तीन गुना बढ़ गया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News: मुजफ्फरपुर जंक्शन सहित कई रेलवे स्टेशनों को सोनपुर की जगह समस्तीपुर मंडल में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह के प्रस्ताव पर मंत्रालय ने हरी झंडी दी है, जिसके फलस्वरूप इस ऐतिहासिक फैसले की अधिसूचना सोमवार को जारी की गई।
एक सितंबर से सोनपुर रेल मंडल के मुजफ्फरपुर, नारायणपुर अनंत, सिलौत, सिहो, ढोली, दुबहा, विष्णुपुर बथुआ हाल्ट, खुदीराम बोस पूसा एवं कर्पूरी ग्राम स्टेशन समस्तीपुर मंडल में स्थानांतरित हो जाएंगे। इस परिवर्तन से कई लंबित परियोजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है।
इसके साथ ही, मृतप्राय परियोजनाओं को भी जीवन मिल सकता है। पहले, सोनपुर और समस्तीपुर मंडल को अलग-अलग निर्णय लेने पड़ते थे, लेकिन अब समस्तीपुर मंडल स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकेगा। समस्तीपुर से बगहा तक एक सीध में समस्तीपुर रेल लाइन बनने से क्षेत्र का विकास होगा और आम जनता को इसका दूरगामी लाभ मिलेगा।
समस्तीपुर रेल मंडल के क्षेत्र का विस्तार होने से मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन परियोजना शुरू होने की संभावना बढ़ गई है। इस परियोजना का सर्वेक्षण पहले ही किया जा चुका है, लेकिन रेल मंत्रालय से फंड आवंटित नहीं होने के कारण यह परियोजना ठप हो गई थी।
पिछले कई वर्षों से इस परियोजना को जिंदा रखने के लिए कुछ पैसे दिए जा रहे थे, जो कि अपर्याप्त थे। मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन पर काम शुरू होने से लोगों को बस से दरभंगा जाने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी और यात्रा की दूरी कम होने से हवाई यात्रा भी आसान हो जाएगी।
मुजफ्फरपुर जंक्शन के फंसे प्रोजेक्ट में आएगी तेजी
मुजफ्फरपुर जंक्शन के फंसे प्रोजेक्ट में भी तेजी आएगी। विश्वस्तरीय बन रहे मुजफ्फरपुर जंक्शन के कार्य को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। हालांकि, कई बार डिजाइन में बदलाव के कारण इस प्रोजेक्ट में दो-तीन साल की देरी हो गई है।
इसके अलावा, माड़ीपुर ओवर ब्रिज और संजय सिनेमा के पास वाले रेलवे ब्रिज जैसे दो बड़े प्रोजेक्ट भी पिछले कई वर्षों से फंसे हुए हैं। माड़ीपुर पुल का काम पायलिंग के बाद रुक गया था और ठेकेदार ने काम छोड़ दिया था। मुजफ्फरपुर से कपरपुरा तक डबल लाइन का मामला भी वर्षों से लटका हुआ है। पूर्व मध्य रेल के कई अधिकारी वहां निरीक्षण कर चुके हैं, लेकिन कार्य पूरा नहीं हो सका। अब इन सभी कार्यों के पूरा होने की उम्मीद जगी है।
यह होगा दायरा
नई क्षेत्राधिकार सीमा मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड पर सोनपुर और समस्तीपुर मंडलों के बीच किलोमीटर 50.000 पर होगी। रामदयालु से पहले गोबरसही रेल समपार फाटक तक समस्तीपुर रेल मंडल का क्षेत्र होगा, जबकि रामदयालु रेलवे स्टेशन सोनपुर रेल मंडल में रहेगा। इस परिवर्तन से पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर रेल मंडल का क्षेत्र तीन गुना बढ़ गया है।
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