Muzaffarpur News: जार्ज फर्नांडीस के बाद निषाद परिवार के पास रही मुजफ्फरपुर सीट, पढ़िए कब-कब किसे मिली जीत
Bihar Politics 1977 के बाद 1984 के चुनाव को छोड़ दें तो मुजफ्फरपुर में कांग्रेस यहां कभी जीत दर्ज नहीं कर सकी। जार्ज फर्नांडीस यहां से सबसे अधिक पांच टर्म सांसद रहे। वर्ष 2009 में किसी दल से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरे मगर जमानत भी नहीं बचा सके। उनके बाद यह सीट ‘निषाद परिवार’ के पास चली गई।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। 1977 के बाद 1984 के चुनाव को छोड़ दें तो मुजफ्फरपुर में कांग्रेस यहां कभी जीत दर्ज नहीं कर सकी। जार्ज फर्नांडीस यहां से सबसे अधिक पांच टर्म सांसद रहे। वर्ष 2009 में किसी दल से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरे, मगर जमानत भी नहीं बचा सके। उनके बाद यह सीट ‘निषाद परिवार’ के पास चली गई। कैप्टन जय नारायण निषाद भी यहां से चार बार सांसद बने।
उनके बाद पुत्र अजय निषाद भाजपा से 2014 और 2019 में सांसद रहे। इस बार टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। भाजपा ने इस बार डा. राज भूषण चौधरी को टिकट दिया है, जो पिछली बार वीआइपी से लड़कर अजय निषाद से हारे थे। महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के पास है, अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है।
राजग व महागठबंधन के पास तीन-तीन सीटें मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की छह सीटें हैं। इसमें मुजफ्फरपुर नगर सीट पर कांग्रेस के विजेंद्र चौधरी, सकरा से जदयू के अशोक चौधरी, औराई व कुढ़नी से भाजपा के क्रमश: रामसूरत राय व केदार गुप्ता तथा गायघाट व बोचहां से राजद के क्रमश: निरंजन राय व अमर पासवान विधायक हैं।
इस सीट पर भूमिहार, निषाद, यादव और बनिया मतदाता निर्णायक भूमिका में माने जाते हैं। जार्ज फर्नांडीस को छोड़ दें तो 1996 से निषाद परिवार ही यहां से विजेता बनते रहे हैं। इस सीट पर जदयू और भाजपा जब-जब साथ लड़ी है तो किसी की दाल नहीं गली है। 2014 में भाजपा और जदयू अलग-अलग चुनाव मैदान में थे। तब भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
इन्हें मिला प्रतिनिधित्व का अवसर
1952 : श्याम नंदन सहाय (कांग्रेस)
1957 : श्याम नंदन सहाय (कांग्रेस)
1957 उपचुनाव: अशोक मेहता (प्रजा सो.शलिस्ट पार्टी)
1962 : दिग्विजय नारायण सिंह (कांग्रेस)
1967 : दिग्विजय नारायण सिंह (कांग्रेस)
1971 : नवल किशोर सिन्हा (कांग्रेस)
1977 : जार्ज फर्नांडीस (भारतीय लोक दल)
1980 : जार्ज फर्नांडीस (जनता पार्टी)
1984 : ललितेश्वर प्रसाद शाही (कांग्रेस)
1989 : जार्ज फर्नांडीस (जनता दल)
1991 : जार्ज फर्नांडीस (जनता दल)
1996 : जय नारायण प्रसाद निषाद (जनता दल)
1998 : जय नारायण प्रसाद निषाद (राजद)
1999 : जय नारायण प्रसाद निषाद (जदयू)
2004 : जार्ज फर्नांडीस (जदयू)
2009 : जय नारायण प्रसाद निषाद (जदयू)
2014 : अजय निषाद (भाजपा)
2019 : अजय निषाद (भाजपा)
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