Updated: Thu, 26 Dec 2024 12:56 PM (IST)
पूर्व मध्य रेल के सोनपुर मंडल के पांच स्टेशनों से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एजेंट ने लाखों रुपये लेकर फरार होने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद से रेलवे और बैंक प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आरोपी एजेंट डेढ़ साल से यह खेल कर रहा था लेकिन इसकी भनक न रेल अधिकारियों को लगी और न ही रेल पुलिस को।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से स्टेट बैंक आफ इंडिया का एजेंट लाखों रुपये लेकर फरार हो गया। इस घटना में सराय थाने में एक माह पहले सराय स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने आठ लाख 23 हजार 452 रुपये गबन की प्राथमिकी कराई थी, लेकिन अभी तक कार्रवाई शून्य है।
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बताया जाता है कि एसबीआइ का एजेंट यह खेल करीब डेढ़ वर्ष से कर रहा, लेकिन इसकी भनक ने रेल अधिकारी को लगी न रेल पुलिस को। एजेंट द्वारा रेलवे स्टेशनों से पैसा उठाकर बैंक में जमा करने की जगह कहीं और रख रहा था। स्टेशन के कामर्शियल विभाग को जाली रसीद थमा दिया जा रहा था।
किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली। पूर्व मध्य रेल के अकाउंट विभाग में जब इसकी ऑडिट हुई तब जाकर यह मामला पकड़ में आया। जिस स्टेशन के पैसे जमा नहीं हो रहे थे, पूछने पर स्टेशन मैनेजर को कभी लिंक फेल तो कभी नेटवर्क नहीं होने का बहाना बताया जाता था। रेलकर्मी उनके झांसे में आ जा रहे जा रहे थे।
बैंक की ओर से भी इसकी जांच नहीं की गई। रेलवे की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने तो बैंक द्वारा अधिकृत एजेंट को ही पैसे दिए, इसलिए यह पैसा इंश्योर्ड है। इसको लेकर पूर्व मध्य रेल के अकाउंट विभाग और मंडल स्तर से जांच शुरू हो गई है।
स्टेशन मास्टरों ने दर्ज कराया गबन का मामला
- इधर, बछवाड़ा जीआरपी थाने में पांच स्टेशन मास्टरों ने बैंक एजेंट द्वारा लाखों के गबन का मामला दर्ज कराया। इसकी छानबीन चल रही है। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि रेलवे का पैसा सेक्योर है।
- इसको लेकर पूर्व मध्य रेल के सभी डिवीजनों में कितने पैसे लास हैं इसकी जांच अकाउंट विभाग द्वारा की जा रही है। इसके अलावा मंडल स्तर पर जांच कर कैश का मिलान किया जा रहा है।
- सराय स्टेशन मास्टर के अनुसार 20, 22, 25, 26, 27 व 29 सितंबर 2024 को क्रमशः 289745, 43535, 200361, 36400, 36915, 165534, 50962 रुपये सराय स्टेशन की दैनिक आय हुई।
- इस राशि को कैश लिफ्टर वैशाली जिला के करताहां थाना क्षेत्र स्थित जागोडीह पौरा मदन सिंह गांव निवासी प्रफुल्ल कुमार(पिता संजीव सहनी) को दिया गया था।
अधिकारियों से क्या बोला आरोपी
उन्होंने कहा कि उसने राशि बैंक में जमा नहीं की। कुल राशि 8,23,452 रुपये गबन कर गया। जब उसने रसीद उपलब्ध नहीं कराई तो टेलीफोन पर पूछा गया। उसने बैंक में लिंक नहीं होने की बात कही। बोला, कल जमा करा दूंगा, अभी मैं घर चला आया हूं। उसके बाद भी राशि जमा नहीं कराई गई।
30 सितंबर को मंडल के वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। उसके बाद मेसर्स हिटैची कैश मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक एवं स्टेट बैंक आफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को लिखित रूप से इसकी शिकायत की गई।
हिटैची कैश मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक द्वारा दिलासा दिलाया गया कि कैश जमा कर रसीद उपलब्ध करा दी जाएगी, किंतु आज तक रसीद मुझे या विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई।
सबसे पहले यह मामला धनबाद डिवीजन में पकड़ में आया, लेकिन जांच में यह मामला पूर्व मध्य रेल के सभी रेलमंडलों में पकड़ में आई। वहीं, समस्तीपुर डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे डिवीजन में ऐसा कोई मामला नहीं है।
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