1000 लोगों में 999 की मौत खराब जीवनशैली से
भारतीय चिकित्सक संघ के 28वें अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार की सुबह आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम में चिकित्सकों ने रोगों से मुक्ति के अलग-अलग टिप्स दिए।
मुजफ्फरपुर। भारतीय चिकित्सक संघ के 28वें अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार की सुबह आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम में चिकित्सकों ने रोगों से मुक्ति के अलग-अलग टिप्स दिए। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बीबी ठाकुर ने कहा कि जीवनशैली का बड़ा महत्व है। उनका मानना है कि 1000 लोगों में 999 खराब जीवनशैली से होनेवाली बीमारी से ही पीड़ित होते हैं और वही उनकी मौत का कारण भी बनती है।
उनका कहना है कि तीन बड़े देश भारत, अमेरिका व चीन की तुलना में भारत में 10 साल पहले बीमारी आ जाती है। सुबह का सत्र हृदयम् फाउंडेशन की ओर से रखा गया था।
तीन लोगों में सवा किलो तेल पर्याप्त : चिकित्सकों का कहना है कि खाने में सरसों, सूर्यमुखी, तिल, रिफाइंड आदि का सेवन करें। इन्हें बदल-बदल कर इस्तेमाल करें। तीन आदमी के परिवार में महीने के हिसाब से सवा किलो तेल ही इस्तेमाल में लाना है। जले तेल से दोबारा कोई सामान न बनाएं। दिनचर्या में सात घंटे की नींद व शारीरिक व्यायाम जरूरी है।
आइजी ने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने को कहा : कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित तिरहुत प्रक्षेत्र के आइजी सुनील कुमार ने पुलिस पदाधिकारियों के अलावा आम लोगों से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का सुझाव दिया। उन्होंने बीमारी से छुटकारे के लिए मानसिक तनाव कम करने व व्यायाम की सलाह दी। समय-समय पर पुलिस लाइन व थानों में पुलिस कैंप लगाने की जानकारी दी।
इससे पहले आर्गेनाइजिंग अध्यक्ष डॉ. बीबी ठाकुर के अलावा सचिव डॉ. कमलेश तिवारी, स्वागत अध्यक्ष डॉ. बीएन झा, साइंटिफिक सचिव डॉ. अमित कुमार दास आदि ने भी पुलिस पदाधिकारियों और लोगों को तनाव कम करने के गुर बताए। बच्चों को जंक फूड, डिब्बाबंद सामान आदि खाने से परहेज करने को कहा।
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