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    दिमागी बुखार का कहर जारी 14 और बच्चों की मौत

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    Updated: Sun, 17 Jun 2012 01:44 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर, काप्र : तिरहुत प्रमंडल में 21वें दिन भी दिमागी बुखार का कहर जारी रहा। शनिवार को 31 बच्चे दिमागी बुखार की जद में आए जिनमें इलाज के दौरान 14 की मौत हो गई। इसके साथ ही अब तक इस बीमारी से मरनेवाले बच्चों की संख्या 157 पर पहुंच गई है।

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    इधर, लगातार हो रही मौत से चिंतित सरकार ने सीएस को पटना बुलाया है। साथ ही सभी पीएचसी प्रभारियों को सतर्क कर दिया गया है कि सूचना मिलने के साथ ही संबंधित गांव में चिकित्सकों की टीम भेजें। इसे लेकर हर जगह एम्बुलेंस की व्यवस्था है और रेफर मरीज को मुफ्त में एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। एसकेएमसीएच अधीक्षक डा. जीके ठाकुर ने बताया कि उनके यहां 14 नए मरीज भर्ती हुए। 45 मरीजों का इलाज चल रहा था जिनमें 11 की मौत हो गई। मरीजों की संख्या को देखते हुए 6 बेड का अलग से वार्ड तैयार किया जा रहा है। पहले से 21 बेड की आइसीयू चल रही है।

    केजरीवाल मातृ सदन के प्रशासक बीपी गिरि ने बताया कि शनिवार को 17 नए मरीज आए जिनमें तीन की मौत हो गई। भर्ती मरीजों में पूर्वी चम्पारण जिले के मेहसी का सुभान अली, रिसु कुमारी, मेहसी अम्बा का अभय सहनी, मेहसी गोरिया का अंसारी, सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर निवासी चांदनी खातून, संगीता कुमारी, मिंटू कुमार, मुजफ्फरपुर जिले का कांटी बैरिया निवासी निकहत खातून, बेला धीरनपट्टी निवासी खुशी, महंथ मनियारी की टिंकू, मुस्तफापुर निवासी सुभान खान, मीनापुर मकसूदपुर की नेहा, माधोपुर मनियारी की रंजू, मनोरथा कांटी का गोलू, मीनापुर मल्लाही टोला का तनु कुमार, सुमेरा की अमीता कुमारी, करजा की पुतुल कुमारी शामिल हैं। इधर, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. बीएन झा, जिला यक्ष्मा अधिकारी डा. सुरेश शर्मा व जिला फाइलेरिया अधिकारी डा. दिनेश्वर सिंह के नेतृत्व में कंट्रोल रूम का संचालन हो रहा है। यहां से मरीजों को बचाव व चिकित्सक के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। कंट्रोल रूम के टेलीफोन नम्बर 0621-2245030 पर डायल कर दिमागी बुखार के संबंध में कोई भी जानकारी ली जा सकती है।

    चिकित्सकों ने बताई ये सावधानियां

    -बच्चों को धूप में खाली बदन न जाने दें

    -उन्हें दिन में बगीचे में न रहने दें

    -उन्हें खूब पानी पिलाएं, नींबू पानी का भी घोल दें

    - सुबह से शाम तक दो बार अवश्य स्नान करावें

    - अगर बुखार हो जाए तो तुरंत पानी की पट्टी करते हुए नजदीक के पीएचसी तक लावें

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