27 हजार 792 ग्रेजुएट बेटियों को मिलेंगे 25-25 हजार, जानिए किन्हें मिलेगा लाभ Muzaffarpur News
25 अप्रैल 2018 के बाद स्नातक उत्तीर्ण बेटियों को लाभ। 41 अंगीभूत और 27 संबद्ध कॉलेजों से इतनी तादाद में छात्राओं ने किए आवेदन।
मुजफ्फरपुर,[मुकेश कुमार'अमन']। ग्रेजुएट बेटियों को सरकार से मिलने वाली 25 हजार की प्रोत्साहन राशि के लिए इंतजार की घडिय़ां अब समाप्त होने को हैं। 27,792 ग्रेजुएट बेटियों ने अब तक ऑनलाइन आवेदन किए हैं। इनके आवेदन दुरुस्त पाए गए हैं। हकदार बेटियों के खाते में राशि ट्रांसफर होने वाली है। 41 अंगीभूत व 24 संबद्ध कॉलेजों से इतनी तादाद में बेटियों ने प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर रखे हैं।
आवेदन करने वालों की संख्या हालांकि इससे कहीं अधिक है उनमें से इतने के ही आवेदन सही व दुरुस्त पाए गए हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत 25 अप्रैल, 2018 के बाद स्नातक उत्तीर्ण होने वाली बेटियों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलनी है। मगर, तब से इंतजार में ही वक्त बीत रहा था। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। प्रथम किस्त के तौर पर 65 करोड़ की राशि की स्वीकृति भी महीनों पहले मिल चुकी थी। इसके बावजूद छात्राओं के खाते में राशि नहीं पहुंची।
65 कॉलेजों से छात्राओं के आवेदन सही
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ग्रेजुएट बेटियों को 25 हजार रुपये
बीएमड कॉलेज, दयालपुर, वैशाली से 199, सीएन कॉलेज, साहेबगंज से 489, डीसी कॉलेज, हाजीपुर से 361, डॉ. राममनोहर लोहिया कॉलेज से 83, डॉ. एसकेएस महिला कॉलेज, मोतिहारी से 1070, जेबीएसडी कॉलेज, बकुची से 42, जेएलएनएम, चंदौली से 387, जमुनी लाल कॉलेज, हाजीपुर से 387, जीवछ कॉलेज, मोतीपुर से 188, केसीटीसी कॉलेज, रक्सौल से 598, एलएनसी भगवानपुर से 397, एलएनडी कॉलेज, मोतिहारी से 1008, एलएनटी कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 188, एलएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 345, एमएस कॉलेज, मोतिहारी से 499, एमडीडीएम, मुजफ्फरपुर से 1633, एमजेके कॉलेज, बेतिया से 630, एमपी सिन्हा साइंस कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 52, एमएसएम समता कॉलेज, जंदाहा से 515, एमएसएसजी कॉलेज, अरेराज से 343, नीतीश्वर महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर से 214, आरबीबीएम कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 611, आरसी कॉलेज, सकरा से 75, आरडीएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 464, आरएलएसवाइ कॉलेज, बेतिया से 598, आरएन कॉलेज, हाजीपुर से 511, आरपीएस कॉलेज, चकियाज से 396, आरएसएस महिला कॉलेज, सीतामढ़ी से 309, आरएसएस साइंस कॉलेज, सीतामढ़ी से 152, आरएसएस सीतामढ़ी से 111, रामेश्वर सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 636, एसएलके कॉलेज, सीतामढ़ी से 459, एसएनएस कॉलेज, मोतिहारी से 345, एसआरएपी कॉलेज, बाराचकिया से 569, एसआरकेजी कॉलेज, सीतामढ़ी से 549, एसाआरपीएस कॉलेज, जैंतपुर से 84, टीपी वर्मा कॉलेज, नरकटियागंज से 521, वैशाली महिला कॉलेज, हाजीपुर से 249, वैशाली महिला कॉलेज, हाजीपुर, वैशाली से 313 तथा संबद्ध कॉलेजों में एबीएस कॉलेज से 565, अक्षयवट कॉलेज, महुआ, वैशाली से 233, अवध बिहारी सिंह कॉलेज, लालगंज, वैशाली से 167, बाबा भूतनाथ महाविद्यालय, बगहा से 461, बीरचंद पटेल स्मारक कॉलेज, देसरी, वैशाली से 471, चौरसिया राज किशोर डिग्री कॉलेज, हाजीपुर से 203, डॉ. जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 63, डॉ. आरएएमएलएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 82, डॉ. रामबालक राय कॉलेज, हाजीपुर से 117, गिरिधरन मिश्रा हरिशंकर पाठक कॉलेज, बगहा से 146, जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल कॉलेज, नवाही, सुरसंड, सीतामढ़ी से 532, ललित नारायण मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, मुजफ्फरपुर से 178, महेश्वर नाथ महामाया महिला कॉलेज, बेतिया से 1148, निरसू नारायण कॉलेज, सिंघाड़ा, वैशाली से 532, प्रिया रानी राय डिग्री कॉलेज बैरगिनिया, सीतामढ़ी से 609, पंडित उमाशंकर तिवारी महिला कॉलेज, बगहा से 978, पंडित उगम पाण्डेय कॉलेज, मोतिहारी से 1527, पंडित यमुना कारजी कॉलेज, बगाही, खरौना ढोली, मुजफ्फरपुर से 455, रामशरण राय कॉलेज पानापुर, मक्कनपुर, वैशाली से 347, रामश्रेष्ठ सिंह कॉलेज, चोचहां, बेलसर, मुजफ्फरपुर से 278, सत्येंद्र नारायण सिंह कॉलेज, हाजीपुर से 278, श्याम नंदन सहाय कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 439 छात्राओं ने आवेदन किए हैं। इन सभी के आवेदन दुरुस्त पाए गए हैं।
12 कॉलेजों की 1546 ग्रेजुएट बेटियों को मिल चुकी राशि
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 12 विभिन्न कॉलेजों से पासआउट होने वाली ऐसी 1546 छात्राओं के लिए सरकार ने एकमुश्त राशि आवंटित की थी। इस राशि से मुजफ्फरपुर जिले के पांच, मोतिहारी के दो, एमजेके कॉलेज बेतिया, सीतामढ़ी के एक तथा हाजीपुर के तीन कॉलेजों की छात्राओं को लाभ मिल सका। जबकि, अन्य कॉलेजों की छात्राओं को अभी टकटकी लगी हुई थी। विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में पीजी कर रहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रा प्रमुख रोमिता श्रीवास्तव ने कहा कि राशि के इंतजार में छात्राएं विश्वविद्यालय और कॉलेज का चक्कर लगा रही हैं।