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    भूदान की जमीन की मालकिन बनीं महिलाएं

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    Updated: Tue, 16 Jul 2013 01:34 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर, वसं : पहली बार यह अवसर आया कि जब भूदान यज्ञ समिति ने दलित-महादलित महिलाओं को जमीन की मालकिन बनने का अवसर दिया। इस बात की खुशी सोमवार को कुढ़नी प्रखंड के महापति देवी, अनिता देवी, शीला देवी, ऊषा देवी के चेहरे पर दिख रही थी। यह उत्साह ही था कि सुबह नौ बजते बजते सभी 68 महिलाएं रामदयालु स्मृति भवन पहुंच गई थीं। घंटों बैठने के बाद जब जमीन प्रमाणपत्र पाने के लिए नाम पुकारा गया, तो उनके चेहरे पर खुशी दमक रही थी।

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    जगह पड़ गई छोटी

    रामदयालु स्मृति भवन का हॉल सोमवार को उमड़ी भीड़ के आगे छोटा पड़ गया। हजारों महिलाएं हाल में बैठी हुई थी। जगह कम पड़ने पर मुंडेर पर लोग बैठे हुए थे। बड़ी संख्या में लोग बाहर भी खड़े थे।

    जन अदालत में आए 1500 आवेदन

    वैशाली और मुजफ्फरपुर से आए हजारों लोगों ने भूदान में मिली जमीन से संबंधित समस्याओं से चेयरमैन कुमार शुभमूर्ति को अवगत कराया। इस दौरान 1500 आवेदन आए। आवेदन देने वालों की मुख्य समस्या जमीन पर दाखिल खारिज न होना व कब्जे के बाद दबंगों व कर्मियों द्वारा परेशान किया जाना था।

    छोटानी कोठिया की झलिया देवी कहती है कि उसे मिली जमीन पर अब दबंग रघुनाथ सहनी धमकी देता है कि जमीन खाली करो, वरना गोली मार देंगे। वहीं पानापुर के पप्पू मांझी का दर्द है कि अब उसे मिली जमीन को दबंग खाली कराना चाहते हैं। वहीं अरविंद पासवान, रवींद्र पासवान भूमिहीन हैं और भूदान की जमीन के लिए अर्जी लगाई है।

    वर्ष 2009 की जन अदालत में दो हजार आवेदनों पर सुनवाई हुई थी। जमीन का वितरण 43 एकड़ हुआ था।

    भूदान आंदोलन में भ्रष्टाचार बना बाधक

    बिहार भूदान यज्ञ समिति के अध्यक्ष कुमार शुभमूर्ति ने कहा कि यह सही है कि भूदान आंदोलन की सफलता में भ्रष्टाचार बाधक है, लेकिन अब यह बाधा दूर की जाएगी। कहा कि यहां लोगों की मुख्य समस्या जमीन प्राप्ति होने के बाद दाखिल खारिज नहीं होना है। स्पष्ट कहना चाहते हैं कि जिन लोगों के पास भूमि प्रमाणपत्र है, उसके बाद दाखिल खारिज कराने की जरूरत नहीं है। जमीन मिलने के बाद उन्हें जागरूक होने की आवश्यकता है। मिली जमीन की रसीद कटाएं। किसी के धमकाने पर घबड़ाए नहीं या घूस मांगने पर दें नहीं।

    ये है कानून

    -भूदान जमीन का प्रमाणपत्र पाने के बाद दाखिल खारिज की जरूरत नहीं है। अगर दानदाता जबरन कब्जा रखते हैं, तो यह दंडनीय अपराध है। -डीएसएलआर की अदालत में दो साल तक की सजा का प्रावधान है।

    महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी

    नारी सशक्तीकरण आंदोलन की डॉ. कल्पना शास्त्री ने कहा कि जल्दी ही मुजफ्फरपुर में महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें न सिर्फ भूदान में मिली जमीन बचाने के लिए जागरूक होने की प्रक्रिया बताई जाएगी बल्कि सम्मानजनक जिंदगी जीने के टिप्स भी दिए जाएंगे।

    भूदान वितरण प्रमाणपत्र सह जन अदालत के अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता स्वतंत्रता सेनानी राम सजीवन ठाकुर ने की व संचालन जिला भूदान यज्ञ समिति के मंत्री कृष्ण कुमार सिंह ने किया। अवसर पर लक्षमणदेव प्रसाद सिंह, वंदना शर्मा, रमेश पंकज, जगन्नाथ पाण्डेय व वरुण कुमार शाही व कामेश्वर प्रसाद व टीना कुमारी ने अपने विचार व्यक्त किए।

    भूदान आंदोलन का मॉडल क्षेत्र बनेगा मुशहरी

    ग्राम सभा को पुनर्जीवित करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दर्ज की जाएगी

    मुजफ्फरपुर, वसं : लोकनायक जयप्रकाश जी व आचार्य विनोबा भावे की कर्मस्थली रही मुशहरी को अब भूदान आंदोलन का मॉडल क्षेत्र बनाया जाएगा। यह जानकारी बिहार भूदान यज्ञ समिति के चेयरमैन कुमार शुभमूर्ति ने दी।

    प्रखंड के सात गांवों में ग्राम दान कानून के तहत ग्रामसभा कार्यरत थी, जिन्हें वर्ष 1990 के दशक में तत्कालीन जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत में विलय कर दिया था और सारी शक्तियों को छीन लिया था। अब इन सातों गांवों में प्रत्येक ग्राम सभा की महिला अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। पूर्व में हाईकोर्ट में दायर लंबित याचिका की सुनवाई के लिए प्रयास किया जाएगा। ताकि इन ग्राम सभा को पुराना अधिकार मिले और लोकनायक व आचार्य विनोबा भावे का सपना पूरा हो सके।

    ये भी प्रयास होगा

    -मुख्यमंत्री से अनुरोध किया जाएगा कि एक कानून बने, जिसमें प्रावधान हो कि जिला भूदान यज्ञ समिति के भूदान संबंधी रिकार्ड पर जिलाधिकारी की मुहर लगे।

    -प्रशासन से बैठक कर लंबित मामले में होगी कार्रवाई की पेशकश

    -53 दबंगों द्वारा कब्जा 41.23 एकड़ जमीन पर दान में प्राप्त कर्ताओं को देने की कार्रवाई करनी है।

    -1881 एकड़ जमीन की सघन जांच कर वितरण कराना है।

    -877 एकड़ जमीन पर 2855 दाखिल खारिज के मामले लंबित हैं। इस पर भी प्रशासन से बातचीत होगी।

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