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    मुजफ्फरपुर में जाम के निदान व अतिक्रमण हटाने को लेकर 10 दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Wed, 24 Nov 2021 09:31 AM (IST)

    प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों में जिला कल्याण पदाधिकारी विजय कुमार व प्रखंड कल्याण पदाधिकारी राहुल कुमार सिंह के साथ नगर थानाध्यक्ष को संबद्ध किया गया है। जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी रविशंकर व योजना सहायक अमरनाथ मांझी के साथ काजी मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष एवं विवि थानाध्यक्ष को संबद्ध किया गया है।

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    दंडाधिकारियों के साथ अलग-अलग संबंधित थानाध्यक्षों को किया गया संबद्ध।

    मुजफ्फरपुर, जासं। शहर में जाम की समस्या के निदान व अतिक्रमण हटाने के लिए दस दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। इन दंडाधिकारियों के साथ नौ थानाध्यक्षों को संबद्ध किया गया है। एसडीओ पूर्वी ज्ञानप्रकाश ने इसकी सूची जारी की है। सूची के अनुसार प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों में जिला कल्याण पदाधिकारी विजय कुमार व प्रखंड कल्याण पदाधिकारी राहुल कुमार सिंह के साथ नगर थानाध्यक्ष को संबद्ध किया गया है। जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी रविशंकर व योजना सहायक अमरनाथ मांझी के साथ काजी मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष एवं विवि थानाध्यक्ष को संबद्ध किया गया है।

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    जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक ब्रजभूषण कुमार व श्रम अधीक्षक रणवीर रंजन के साथ मिठनपुरा थानाध्यक्ष एवं बेला थानाध्यक्ष को संबद्ध किया गया है। बाल संरक्षण पदाधिकारी चंद्रदीप कुमार व जिला खेलकूद पदाधिकारी राजनारायण कुमार के साथ थानाध्यक्ष ब्रह्मपुरा एवं थानाध्यक्ष सदर को संबद्ध किया गया है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी प्रवीण कुमार व सहायक योजना पदाधिकारी शारिक नुरुल हसन के साथ थानाध्यक्ष अहियापुर को संबद्ध किया गया है।  

    कोरोना संक्रमण को लेकर नहीं हो लापरवाह, तैयारी रखें पूरी

    मुजफ्फरपुर : जिले में कोरोना का संक्रमण कम जरूर हुआ है समाप्त नहीं। इसलिए लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। हमारी लापरवाही इसके संक्रमण को अवसर दे सकती है। अभी भी एक कोरोना पाजिटिव का इलाज पटना के एम्स में चल रहा है। त्योहारी सीजन से पहले विशेषज्ञों ने संक्रमण में बढ़ोतरी की आशंका जताई थी। हालांकि जिले में नवरात्रि व छठ पूजा के बाद मात्र दो ही केस सामने आए है। हालांकि राज्य में सक्रिय केस में वृद्धि हुई है। राज्य में कुल सक्रिय 40 केस मिले है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर से सावधानी बरतने का आदेश दिया है। इसके लिए सभी सिविल सर्जन को आदेश दिया है कि वह आइसोलेशन वार्ड को इमरजेंसी के लिए हर हाल में तैयार कर रखें।

    बताते चलें कि 24 मार्च 2020 से लेकर 22 नवंबर 2021 तक स्वास्थ्य विभाग ने 30 लाख 15 हजार 802 लोगों की कोरोना जांच की, जिसमें 30, 624 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने सदर अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाने का आदेश दिया है। अस्पताल के प्रभारी प्रबंधक इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा सीएस ने सभी प्रभारियों को आदेश दिया है कि तैयारियों में कोई कमी नहीं करे। सीएस ने बताया कि मोतीझील स्थित बिहार बोर्ड के कार्यालय में तैयारी कर ली गई है। आवश्यकता पडऩे पर बेड लगा कर अस्पताल को चालू कर दिया जाएगा। सिविल सर्जन ने कहा कि बड़ी संख्या में परदेसी आए, लेकिन सुखद है कि कोरोना का कोई केस नहीं मिला है। फिर भी लोगों से अपील है कि जिन लोगों ने वैक्सीन अब तक नहीं ली है वह जल्द से जल्द वैक्सीन ले ले ताकि कोरोना को रोका जा सकें।