कोहरे से थमी ट्रेनों की रफ्तार, 10 घंटे लेट चल रही राजधानी एक्सप्रेस
जमालपुर में घने कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ है। राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनें भी प्रभावित हुईं। सैरांग-आनंद विहार टर्मिनल राज ...और पढ़ें
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स्टेशन पर लगी लोगों की भीड़। (जागरण)
संवाद सूत्र, जमालपुर( मुंगेर)। घने कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह लड़खड़ा सा गया है। एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों की बात तो दूर, राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनें भी कोहरे की चपेट में आ गई हैं।
नार्थ फ्रंटियर रेलवे क्षेत्र में हुए हादसे के बाद सैरांग-आनंद विहार टर्मिनल राजधानी एक्सप्रेस डाउन मार्ग में लगभग 10 घंटे विलंब से जमालपुर से गुजरी। इसके कारण शनिवार को आनंद विहार टर्मिनल से यह ट्रेन सैरांग के लिए भी निर्धारित समय से काफी देर से रवाना हुई।
विलंब से परिचालन के बाद रास्ते में कोहरे का असर और बढ़ गया। नतीजतन राजधानी एक्सप्रेस अपने तय समय से करीब सात घंटे देर से स्टेशन से गुजरी। इससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई।
इधर, लंबी दूरी तय कर जमालपुर पहुंचने वाली 15744 बठिंडा–फरक्का एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय सुबह 3:50 बजे से करीब सात घंटे विलंब से चलकर सुबह 10:08 बजे जमालपुर स्टेशन पहुंची। इसी तरह दिल्ली से चलकर कामाख्या जाने वाली डाउन ब्रह्मपुत्र मेल अपने निर्धारित समय सुबह 5:58 बजे से करीब आठ घंटे विलंब से चलकर रात 2:38 बजे जमालपुर पहुंची।
भागलपुर से नई दिल्ली जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस भी करीब चार घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची। लगातार हो रही देरी से यात्रियों में नाराजगी देखी गई।
ट्रेनों के विलंब होने के कारण जमालपुर स्टेशन पर यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वेटिंग हाल में दूर-दराज के इलाकों से आए यात्री ठंड और कोहरे के बीच ट्रेनों का इंतजार करते नजर आए।
कई यात्रियों ने बताया कि समय पर सूचना नहीं मिलने से उनकी आगे की यात्रा भी प्रभावित हुई। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से कोहरे के दौरान बेहतर प्रबंधन और समय पर जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की है।
नहीं बना नाला
रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बने नवनिर्मित कामर्शियल भवन के पश्चिम दिशा में रेलवे द्वारा नाला नहीं बनाने की वजह से राहगीरों ने शौचालाय बना लिया है। उठने वाले दुर्गंध से रेल यात्रियों को भी काफी परेशानी होती है।
यहां बता दें कि विगत चार दिसंबर को मालदा रेल मंडल के एडीआरएम शिव कुमार प्रसाद ने जमालपुर निरीक्षण के क्रम में इंजीनियरिंग विभाग को नाला निर्माण करने का निर्देश दिया था ताकि यहां से उठने वाले दुर्गंध से यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के दौरान आने-जाने में परेशानी ना हो लेकिन आदेश को लेकर अब तक संबंधित विभाग द्वारा कोई पहल नहीं किया गया है।
बन गया है ई-रिक्शा स्टैंड
जमालपुर रेलवे स्टेशन के पास बने नवनिर्मित कामर्शियल भवन के मुख्य प्रवेश द्वार के समीप ई रिक्शा चालकों ने रेलवे की जमीन पर स्टैंड बना लिया है। विडंबना यह है कि इस रास्ते से प्रतिदिन रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी के पदाधिकारी और कमी आते जाते हैं।
विगत माह से रेल के अधिकारियों का भी लगातार जमालपुर में निरीक्षण हो रहा है। इसके बावजूद ई रिक्शा चालकों के हौसले बुलंद है और सुरक्षा एजेंसी मौन धारण किए हुए हैं।
एफओबी का निर्माण शुरू नहीं
जमालपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर शहर के पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज के निर्माण का कार्य अब तक शुरू नहीं किया जा सका है।
जबकि अपर मंडल रेल प्रबंधक ने स्टेशन निरीक्षण के क्रम में एक सप्ताह के अंदर यह निर्माण कार्य आरंभ करने का निर्देश संबंधित विभाग को दिया था। उन्होंने अपनी मौजूदगी में चिह्नित जगह पर लाइनिंग का काम करवाया था।
ट्रेन गुजर गई, होती रही उद्घोषणा
जमालपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़े कई यात्रियों के लिए उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब रेलवे के उद्घोषक द्वारा 12:14 मिनट पर यह घोषणा की जा रही थी कि 13241 बांका राजेंद्र नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस दो नंबर पर आ रही है।
जबकि यह ट्रेन जमालपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो पर 11:45 निर्धारित समय से कुछ समय पहले आई और 12:10 पर यह ट्रेन चली गई। ट्रेन खुल जाने के बाद भी आने की घोषणा सुनकर यात्रियों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी।

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