मुंगेर में अगले पांच दिन तापमान में होगा उतार-चढ़ाव, दिखेगा आने वाली कड़ाके की ठंड का असर
Munger Weather News- मुंगेर में नवंबर के अंतिम सप्ताह में ठंड बढ़ी है। आने वाले पांच दिनों में तेजी के साथ तापमान में उतार-चढ़ाव होगा। आने वाली कड़ाके की ठंड का अहसास कराने वाला मौसम रहेगा। धूप-छांव की स्थिति बनी रहेगी।
संवाद सहयोगी, मुंगेर : नवंबर के आखिरी सप्ताह में ठंड बढ़ गई है। लगातार अधिकतम-न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है। हल्की हवा चलने के कारण ठंड का एहसास होने लगा है। कुछ दिनों तक पारा नीचे आने की संभावना जताई जा रही है। पारा में गिरावट धीरे-धीरे होगी। यह संभावना मौसम विभाग ने जताई है। सोमवार की सुबह जिले का अधिकतम तापमान 28 व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रहा। अभी एक-दो दिन में पारा और गिरने की संभावना है।
कृषि विज्ञानी प्रो. मुकेश कुमार ने बताया कि ठंड और बढ़ेगा। अभी कोहरा नहीं रहेगा। इन्होंने बताया कि मौसम पूर्वानुमान में बारिश की संभावना नहीं है, पारा में उतार-चढ़ाव का असर दिखेगा। हवा चलने के कारण लोगों को ठंड का एहसास होगा। जिले के खासकर पहाड़ी क्षेत्र धरहरा, पहाड़पुर, भीमबांध क्षेत्र में ठंड शहर की अपेक्षा ज्यादा रहेगी। इधर, ठंड का असर बच्चों और बु़जुर्गों पर दिखने लगा है। बच्चे और बुजुर्ग निमोनिया से पीड़ित हो रहे हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. अनिल ने बताया कि ठंड ने धीरे-धीरे असर दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही होने पर बीमारी गिरफ्त में ले रही है। ऐसे में यह जरूरी है कि एहतियात बरतें और जब बच्चों में बीमारी का लक्षण दिखे तो तत्काल चिकित्सक से सलाह लें।
पांच दिनों के तापमान का पूर्वानुमान
- 29 नवंबर को 28 डिग्री अधिकतम तो 15 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है।
- 30 नवंबर को 29 डिग्री अधिकतम, 16 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है।
- 01 दिसंबर को 28 डिग्री c अधिकतम, 14 डिग्री से. न्यूनतम तापमान रहेगा।
- 02 दिसंबर को 28 डिग्री से. अधिकतम, 14 डिग्री से, न्यूनतम।
- 03 दिसंबर को 27 डिग्री सेल्सियस अधिकतम, 14 डिग्री से. न्यूनतम।
सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायतें ज्यादा
शिशु रोग विशेषज्ञ डा. अनिल ने बताया कि ठंड में सर्दी, खांसी के साथ ही सांस लेने में तकलीफ, गले से आवाज आना, ज्यादा रोना, बुखार होना निमोनिया का लक्षण है। इस तरह की समस्या हाेने पर बच्चों को तत्काल चिकित्सक से इलाज कराएं। बच्चों की बीमारियों को नजर अंदाज न करें। बच्चों में ठंड के मौसम में कोल्ड डायरिया होना भी आम है। रात में सोते समय बच्चे के शरीर को पूरी तरह ढंकें। मां को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।