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    प्रभा भारती हत्याकांड: महिला सिपाही ने ट्रेन से भागलपुर पहुंचकर जीरोमाइल से ली थी बस, रात 8 बजे आई मौत की खबर

    By Rajnish KumarEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Thu, 09 Feb 2023 04:14 PM (IST)

    कटिहार में हुई महिला सिपाही की हत्या के मामले में कुछ नई जानकारियां सामने आई हैं। प्रभा भारती व्याख्याता बनना चाहती थी परंतु दो साल पहले पुलिस में भर्ती हो गई थी। हत्या से पहले वह बस में बैठी थी और मां से फोन पर बात भी की थी।

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    जमालपुर से ट्रेन से भागलपुर पहुंची थी प्रभा, जीरोमाइल से लिया था बस

    केएम राज, जमालपुर (मुंगेर)। कटिहार में गोली का शिकार बनी महिला सिपाही प्रभा भारती की मौत के बाद पैतृक गांव जमालपुर के फरीदपुर ओपी स्थित दास टोली में सन्नाटा पसरा हुआ है। मोहल्ले के लोग टोली की बिटिया की मौत की खबर सुनकर हतप्रभ हैं। घर में मां और परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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    सात फरवरी को समाधान यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री का मुंगेर के बाद लखीसराय का दौरा था। प्रभा भारती की ड्यूटी सूर्यगढ़ा में लगाई गई थी। मंगलवार की रात प्रभा ड्यूटी समाप्त कर अपने घर फरीदपुर लौटी थी। गांव पर रात गुजारने के बाद बुधवार को जमालपुर स्टेशन से पैसेंजर ट्रेन से भागलपुर के लिए निकली थी।

    भागलपुर उतरने के बाद जीरोमाइल से कटिहार जाने के लिए बस में सवार हुई। प्रभा के छोटे भाई सौरभ ने जमालपुर स्टेशन पर बहन को ट्रेन में बिठाया था। ट्रेन बुधवार की दोपहर 2:08 में जमालपुर से चली थी। भाई ने बताया कि दीदी जब भी जमालपुर से कटिहार जाती थीं तो इसी रास्ते का इस्तेमाल करती थीं।

    घरवालों को क्या मालूम था कि प्रभा फरीदपुर से अंतिम विदाई ले रही है। बेटी के हत्या की खबर सुनकर स्वजन भतीजे आदित्य सेन के साथ कटिहार पहुंचे। कटिहार पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद प्रभा का शव परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया।

    प्रोफसर बनकर शिक्षा बांटना चाहती थी प्रभा

    प्रभा के पिता मनोज कुमार दास मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं। पिता की तरह प्रभा भी व्याख्याता (लेक्चरर) बनकर शिक्षा बांटना चाहती थी। पांच मई 2021 को बीएमपी कटिहार में महिला सिपाही के पद पर योगदान किया। घर के सदस्य बताते हैं कि प्रभा बचपन से ही चंचल व हंसमुख थी। मेधावी छात्रा थी। आरडी एंड डीजे कालेज से स्नातक व पीजी करने के बाद प्रभा भारती प्रोफेसर बनना चाहती थी। इस बीच सिपाही का आवेदन निकलने के बाद उसने फार्म भरा और चयन हो गया। पुलिस की नौकरी प्रभा भारती ईमानदारी से कर रही थी।

    बस लेने के बाद किया था फोन

    जमालपुर से ट्रेन से भागलपुर पहुंचने के बाद प्रभा भारती ने अपनी मां आशा देवी से वीडियो कॉलिंग कर बात की थी। कटिहार के लिए जीरोमाइल से बस पर सवार होने की बात कही थी। इस बीच रात आठ बजे कटिहार पुलिस ने प्रभा की हत्या की सूचना दी। महिला सिपाही की हत्या की वजह जो भी हो, पर पिता प्रधानाध्यापक मनोज कुमार दास का इलाके में काफी मान-सम्मान है। घर पर सांत्वना देने वालों की भीड़ है। परिवार वालों ने सभी अफवाहों को नकार दिया है।

    दो साल पहले हुआ था चयन

    • पुलिस की वर्दी से संतुष्ट नहीं थी महिला सिपाही प्रभा भारती
    • व्याख्याता बनने की थी इच्छा, दो वर्ष पूर्व सिपाही में हुआ चयन
    • महिला सिपाही प्रभा की हत्या से दास टोली के लोग हैं हतप्रभ

    आंकड़ों पर नजर

    • 07 फरवरी की रात फरीदपुर स्थित घर पहुंची थी प्रभा
    • 08 फरवरी को प्रभा कटिहार जाने के लिए घर से निकली
    • 2.08 बजे जमालपुर से भागलपुर के लिए खुली थी ट्रेन
    • 08 बजे रात में कटिहार पुलिस से मिली हत्या की सूचना

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