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    अब दिन में भी सुरक्षित नहीं रहा रेल का सफर

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 31 Dec 2017 02:58 AM (IST)

    मुंगेर। भागलपुर-किउल रेलखंड पर रात में तो यात्री डर और खौफ के बीच यात्रा करने को मजबूर थे ही, लेकिन पिछले दिनों अपर इंडिया में यात्री के साथ लूटपाट के बाद ट्रेन से फेंकने की घटना ने सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है।

    अब दिन में भी सुरक्षित नहीं रहा रेल का सफर

    मुंगेर। भागलपुर-किउल रेलखंड पर रात में तो यात्री डर और खौफ के बीच यात्रा करने को मजबूर थे ही, लेकिन पिछले दिनों अपर इंडिया में यात्री के साथ लूटपाट के बाद ट्रेन से फेंकने की घटना ने सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है। अब दिन में भी रेल का सफर सुरक्षित नहीं रहा। दिन में सफर करने वाले यात्री काफी खौफजदा हैं। हालत यही रहा तो आने वाले दिन में ट्रेनें तो चलेंगी, लेकिन यात्री की संख्या कम होगी। बीस वर्षों में अनेक रेलमंत्री आए और गये, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के नाम पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है। जिससे यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य पहुंच सकें। यात्रियों के अनुसार, आए दिन रेल मंत्रालय द्वारा यात्री सुविधाओं का प्रचार जोर शोर से किया जाता है। किन्तु ट्रेनों की जनरल से लेकर आरक्षित बोगियों में विशेषकर लंबी दूरी की ट्रेनों में हो रही लूटपाट पर आरपीएफ और जीआरपी की उदासीनता के चलते लगातार वृद्धि हो रही है। जीआरपी और आरपीएफ द्वारा घटना होने पर एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर यात्रियों के अनुसार बरी होने का प्रयास किया जाता है। अरक्षित यात्रा के चलते आये दिन यात्री विशेषकर महिला यात्री ऐसा कोई महीना जाता जब लूटपाट का शिकार न होते हों।

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    बॉक्स

    बच्चे और महिलाओं के साथ नहीं करना चाहते हैं यात्रा

    अपर इंडिया ट्रेन में पिछले दिनों क्रेसर मैनेजर ओमप्रकाश अपने बच्चे, पत्नी और साली के साथ सफर कर रहे थे। जब लूटपाट का विरोध किया तो पहले मारपीट की गई। फिर महिला और बच्चे को धमकाया गया। जीआरपी में मामला दर्ज कराने के बाद पीड़ित ने कहा कि ट्रेन में सफर भगवान भरोसे ही करते हैं। कोच में सवार यात्रियों जानकारी के अनुसार ट्रेनों में इन दिनों ऐसा गिरोह सक्रिय है। जो अकेली युवतियों एवं बच्चे के संग अकेले सफर करने वाली महिलाओं पर नजर रखता है, और मौका मिलते ही उक्त युवती अथवा महिला को लूटपाट का शिकार बनाता है। आए दिन यात्रियों के साथ हो रही लूटपाट पर गश्ती दल के जवानों द्वारा सुरक्षा देने के बजाय फेरीवालों से वसूली करने की शिकायत मिलती रहती है। रात के समय आरक्षित बोगियों में डयूटी पर तैनात जवान सोने के लिए किसी अन्य बोगी में चल देते है। जिसके चलते आपराधिक तत्वों द्वारा खुलेआम लूटपाट की जाती है। यात्रियों ने केंद्रीय रेल मंत्री से यात्रियों की सुरक्षा के संबंध में आरपीएफ एवं जीआरपी के जिम्मेदार अधिकारियों को कड़े निर्देश देने की मांग करते हुए सुरक्षा कड़े करने की मांग की है।