जमालपुर रेल कारखाना ने रचा इतिहास, देश का पहला अत्याधुनिक बीटीपीएन टैंक वैगन एम-1 तैयार
मुंगेर के जमालपुर रेल कारखाने ने एक और उपलब्धि हासिल की है। यहां के तकनीशियनों ने देश का सबसे आधुनिक बीटीपीएन टैंक वैगन एम-1 बनाया है जिसमें एक टैंक की लागत 60 लाख रुपये है। 49 टैंकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रेलवे बोर्ड ने इस कार्य की सराहना की है।

संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। एशिया का पहला रेल इंजन कारखाना जमालपुर ने एक फिर भी अपनी कुशल कारीगरी का परचम देश भर में लहराया है। जमालपुर रेल कारखाने के हुनरमंद तकनीशियनों की टीम ने देश का लेटेस्ट बीटीपीएन टैंक वैगन एम-1 बनाकर इतिहास रच दिया है।
एम-1 अब तक का आधुनिक वर्जन का टैंक है। एक टैंक बनाने पर कुल 60 लाख का खर्च आया है। गुरुवार को 49 टैंकर को हरी झंडी दिखाकर कारखाना से रवाना किया गया। सभी टैंक बैगन को बनाने में 29.4 करोड़ का खर्च आया है।
मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद वर्णवाल की टीम ने निर्धारित समय से पहले ही भारतीय रेल के सबसे अत्यधिक हाई स्पीड एम-1 बीटीपीएन टैंक बैगन निर्माण कर कीर्तिमान बनाया है।
हाई स्पीड बने इस बीटीपीएन टैंक वैगन को रेलवे बोर्ड के एमटीआरएस बीएम अग्रवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाई। इस ऐतिहासिक पल का गवाह पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद के. देउस्कर, पीसीएमई परमानंद शर्मा भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़कर बने।
सीडब्ल्यूएम ने बताया कि 150 कुशल रेलकर्मी के टीम ने दिन-रात मेहनत कर इस काम को पूरा किया है। उन्होंने बताया कि एम-1 भारतीय रेल का आधुनिक टैंक वैगन है।
रेलवे बोर्ड ने जमालपुर रेल कारखाना काे निर्माण की जिम्मेदारी दी थी। एक टैंक का वजन 68 टन है। इसमें 70 हजार लीटर की क्षमता है।
बीटीपीएन टैंक वैगन डिप्टी निर्माण सौरभ कुमार की देखरेख में एमटीआरएस शाप में बनाया गया। इधर, इस बड़ी उपलब्धि के लिए रेलकर्मी और यूनियन के लोग भी यहां की कुशलता से काफी खुश दिखे।
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