टोपो लैंड की फांस दूर होते ही एप्रोच पथ निर्माण को मिली गति
मुंगेर। गंगा नदी पर पुल को लेकर यहां के लोगों के अधूरे सपनों को पूरा करने में अब कम
मुंगेर। गंगा नदी पर पुल को लेकर यहां के लोगों के अधूरे सपनों को पूरा करने में अब कम समय ही लगेगा। क्योंकि सीएम की घोषणा के बाद टोपो लैंड की जमीन अधिग्रहण को लेकर लगी फांस दूर हो गई है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2021 तक गंगा पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि मुंगेर में रेल सह सड़क पुल की योजना के तहत रेल गाड़ियों का आवागमन तो दो वर्ष पूर्व शुरू हो गया लेकिन जमीन अधिग्रहण की धीमी गति के कारण एप्रोच पथ अब तक नहीं बन पाया है। 172 करोड़ की लागत से बनने वाली इस पथ के अधिग्रहण की प्रकिया 2015 में शुरू हुई थी जिसे 2018 तक पूरा कर लेना था। लेकिन एप्रोच पथ के लिए मुंगेर जिला प्रशासन ने 34 मौजा के जमीन का अधिग्रहण का कार्य शुरू किया तो सबसे बड़ी चुनौती एप्रोच पथ में आने वाली 7 मौजा में टोपो लैंड बन गई। वर्तमान में इस जमीन पर 52 जमाबंदी कायम है। और लगभग 150 किसानों ने जमीन पर अपनी दावेदारी कर रखी है। लेकिन सीएम ने बीते दिनों मुंगेर आगमन के दौरान यह इन्हें भी मुआवजा देने की घोषणा कर हुए कहा कि अगले दो वर्षो में एप्रोच पथ का काम पूरा कर लिया जाएगा।
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अब तक क्या है प्रगति
34 मौजा में 48.46 हेक्टयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। इनमें 41.08 हेक्टयर भूमि का अधिग्रहण कार्य पूरा हो चुका है। 248 रैयतों में 194 रैयतों के बीच 61 करोड़ 40 लाख रुपये मुआवजे की राशि बांटी जा चुकी है।
- कृषि विज्ञान केंद्र के 4.5 हेक्टयर सरकारी भूमि के अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में है। जमीन अधिग्रहण पूरा हो चुके जगहों पर एप्रोच पथ निमार्ण का काम शुरू कर दिया गया है।
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कहते हैं अधिकारी
जिला भूअर्जन पदाधिकारी विजय कुमार ने कहा कि जमाबंदी के अनुसार जमीन रैयतों के कागजात एवं जमीन पर कायम स्थिति का मूल्यांकन कर विभागीय निर्देश के अनुसार कार्य किया जा रहा है।
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