Munger News: माइक्रोफाइनेंस का दबाव नहीं झेल सकी गुड़िया, कर ली खुदकुशी
मुंगेर में गुड़िया नामक एक महिला ने माइक्रोफाइनेंस के दबाव में आकर आत्महत्या कर ली। वह माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से लिए गए कर्ज को चुकाने में असमर्थ थी, ...और पढ़ें

जागरण टीम, मुंगेर। माइक्रोफाइनेंस कंपनी और गांवों में संचालित कमेटियों की कर्ज वसूली का दबाव एक महिला की जान ले गया। गंगटा थाना क्षेत्र के गंगटा मोड़ बांसबट्टा गांव निवासी गुड़िया देवी उर्फ ननकी देवी (35) ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। गंभीर हालत में स्वजन ने उसे संग्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। पति पिंटू गोस्वामी ने गांव में संचालित कमेटियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने बताया कि किस्त की राशि समय पर नहीं चुका पाने के कारण उनकी पत्नी पर लगातार मानसिक दबाव बनाया जा रहा था। स्वरोजगार, घर निर्माण, बच्चों के इलाज और घरेलू जरूरतों के लिए गुड़िया देवी ने गांव की चार अलग-अलग कमेटियों से करीब डेढ़ से दो लाख रुपये का कर्ज लिया था। पिछले कुछ महीनों से आर्थिक तंगी के चलते वह समय पर किस्त नहीं चुका पा रही थी।
पति ने बताया कि वह शेखपुरा में रहकर मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी गांव में अपने दो बेटे, एक बेटी और सास के साथ रहती थी। दो दिन पहले गुड़िया देवी ने फोन कर बताया था कि कमेटी के लोग किस्त को लेकर लगातार दबाव बना रहे हैं और तत्काल पैसे भेजने की मांग कर रहे हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण वह तत्काल राशि नहीं भेज सकी। इसके अगले ही दिन महिला ने जहर खा लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि गांवों में चल रही माइक्रोफाइनेंस और कमेटियां कर्ज लेने वाली महिलाओं पर अत्यधिक दबाव बनाती हैं। एक-दो किस्तें चूकने पर बार-बार घर पहुंचकर अपमानित किया जाता है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। कई बार महिलाएं इस दबाव को सहन नहीं कर पातीं और आत्मघाती कदम उठा लेती हैं।
घटना की सूचना मिलते ही गंगटा थाने की पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर भेजा। थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अब तक स्वजन की ओर से कोई आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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