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    MGNREGA Job Card: मनरेगा में बड़ा झोल, नजराना देने पर बन रहा जॉब कार्ड; उम्र चाहे कुछ भी हो

    Updated: Wed, 28 May 2025 03:32 PM (IST)

    मुंगेर के असरगंज प्रखंड में मनरेगा योजना में धांधली का मामला सामने आया है। चौरगांव पंचायत में नाबालिगों के जॉब कार्ड बनाए जाने की खबर है। आरोप है कि ब ...और पढ़ें

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    मनरेगा में बड़ा झोल, नजराना देने पर बन रहा जॉब कार्ड; उम्र चाहे कुछ भी हो

    जागरण संवाददाता, मुंगेर। असरगंज प्रखंड में मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। चौरगांव पंचायत में नाबालिग का जॉब कार्ड बनाए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद एक के बाद एक खुलासा हो रहा है। बताया जाता है कि प्रखंड के मनरेगा कार्यालय में बिना आवश्यक दस्तावेज के ही लोगों का जॉब कार्ड बना दिया जाता है।

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    कहा तो यहां तक जाता है कि मनरेगा जॉब कार्ड बनाने में किसी की उम्र नहीं देखी जाती, यहां नाबालिग तो क्या साठ वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का भी जॉब कार्ड बन सकता है, यदि नजराना दे दिया जाए तो। इस मामले में मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय में काम करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है।

    कहा तो यहां तक जाता है कि कोई चाहे कुछ भी कर ले यदि डाटा एंट्री ऑपरेटर खुश नहीं हो तो किसी का जॉब कार्ड नहीं बने।

    वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जाता है कि प्रखंड मुख्यालय के आस-पास संचालित होने वाले इंटरनेट कैफे वालों के पास भी कार्यालय का लॉगइन आईडी व पासवर्ड होता है। वहां पहुंचिए, उचित आवभगत कीजिए और आपका जॉब कार्ड बनकर तैयार जो जाएगा। इधर, नाबालिग का जॉब कार्ड बनाए जाने के मामले में चौरगांव पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

    अन्य पंचायतों में भी गड़बड़ी की सूचना

    चौरगांव पंचायत के साथ ही असरगंज प्रखंड के अन्य पंचायतों के अलावा जिले के कई प्रखंडों से ऐसी सूचना लगातार प्राप्त हो रही है कि मनरेगा योजना के तहत ऐसे लोगों का भी जॉब कार्ड बनाया जा रहा है जो अन्य प्रदेशों में रहकर मजदूरी कर रहे हैं।

    इतना ही नहीं बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी मनरेगा मजदूर बने हुए हैं जो आर्थिक रूप से काफी सबल हैं तथा उनके परिवार के कई सदस्य सरकारी सेवा में भी हैं। यदि सही तरीके से पंचायतों में मनरेगा जॉब कार्ड धारियों की जांच की जाय तो आधे से अधिक फर्जी कार्डधारी मिलेंगे तथा जिन्हें सही में रोजगार की दरकार हैं, उनका अभी तक जॉब कार्ड नहीं बन पाया है।

    यह मामला गंभीर है। जिस भी स्तर से लापरवाही बरती गई है, उसकी जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। सरकारी कार्यों में किसी तरह से मनमानी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। - अवनीश कुमार सिंह, डीएम