किऊल-भागलपुर रेल खंड पर चलने वाली ट्रेन में कांविरया का बोलबाला
- आरक्षित यात्रियों को भी करना पड़ रहा है खड़ा होकर सफर - सुल्तानगंज के बाद ही खाली
- आरक्षित यात्रियों को भी करना पड़ रहा है खड़ा होकर सफर
- सुल्तानगंज के बाद ही खाली हो रही सीटें, हर दिन हो रही नोकझोंक संवाद सहयोगी, जमालपुर(मुंगेर): किऊल भागलपुर रेलखंड पर चलनेवाली सभी ट्रेनों में इन दिनों कांवरियों के जत्था का बोलबाला है। जमालपुर जंक्शन होकर भागलपुर जानेवाली सभी ट्रेनों में सुल्तानगंज तक कांवरियों की जबरदस्त भीड़ चल रही है। साधारण से लेकर स्लीपर व एसी कोच में कांवरिया सफर कर रहे हैं। ऐसे में आरक्षण कराकर चलने वाले यात्रियों को खड़े होकर सुल्तानगंज तक सफर करना पड़ रहा है। रोज कांवरियों और यात्रियों में नोकझोंक और मारपीट की घटनाएं हो रही है। एसी कोच के टीटीई भी मूकदर्शक बने हुए हैं। भीड़ के कारण रेलवे की व्यवस्था चरमरा गई। भीड़ प्रबंधन को लेकर रेल प्रशासन एक बार फिर बौना साबित हो रहा है। कांवरियों के बोल बम के उद्घोष के सामने किसी की नहीं चल रही है। सावन की दूसरी सोमवारी को बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ाने के लिए हजारों कांवरियों की भीड़ विभिन्न ट्रेनों में दिखी। गाडियां जैसे ही प्लेटफार्म पर लगती थीं, कांवरियों की भीड़ बोल बम का जयकारे लगाते हुए सीटों पर कब्जा जमा रहे थे।
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इन ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं : कावरियों की ज्यादातर भीड़ साहिबगंज इंटरसिटी, दानापुर इंटरिसटी, विक्रमशिला एक्सप्रेस, जनसेवा एक्सप्रेस, अपर इंडिया, अजमेर एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, फरक्का एक्सप्रेस सहित पैसेंजर ट्रेनों में दिखी। शनिवार को कांवरियों ने महिला बोगी और एसएलआर के ब्रेकवानों पर भी कब्जा कर रखा था। इन ट्रेनों में पैर रखने की भी जगह नहीं रहती है।
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स्पेशल चलने के बाद भी भीड़ कम नहीं : रेलवे श्रावणी मेला के लिए गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, रांची, सहरसा से भी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर रही है। इसके बाद भी कांवरियों की भीड़ कम नहीं हो रही है। ऐसे में यात्रियों की फजीहत काफी बढ़ गई है। यात्री इन दिनों बेबस और लाचार हो गए हैं।