नगर निगम के दावों के बावजूद मुंगेर में बढ़ रहे डेंगू के मामले, 20 हॉटस्पॉट चिह्नित
मुंगेर में डेंगू तेजी से फैल रहा है अब तक पांच लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। नगर निगम ने नियंत्रण के लिए टीम बनाई है पर स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा। अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। निगम आयुक्त ने लार्वा खत्म करने के लिए टीम गठित की है और 20 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं।

संवाद सूत्र, मुंगेर। डेंगू ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। अब तक शहर के पांच लोग चपेट में आ चुके हैं। हर दिन 17 से 18 लोगों को सैंपल अस्पताल में लिया जा रहा है। इन सभी के बीच नगर निगम का दावा एक सिर्फ दावा बनकर रह गया है।
नगर निगम में डेंगू पर नियंत्रण के लिए 13 कर्मियों की टीम गठित की थी, 24 घंटे निगरानी के लिए जिम्मेदारी तय की गई है। शहर के 20 हॉटस्पॉट को चिह्नित भी किया गया, इसके बाद भी डेंगू का डंक लग रहा है।
ऐसा नहीं है कि निगम की ओर से छिड़काव नहीं हो रहा है, अब छिड़काव में कहां कमियां बरती जा रही है यह तो जांच का विषय है। सदर अस्पताल में अगस्त माह में 178 रैपिड किट से डेंगू की जांच हुई। 17 सितंबर तक 296 लोगों की जांच हुई। औसतन 17 से 18 लोग पॉजिटिव निकले।
सिविल सर्जन डॉ. रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि फेब्रिकेटेड अस्पताल परिसर में 44 बेड का विशेष डेंगू वार्ड बनाया गया है। यहां डेंगू मरीजों के रहने के लिए व्यवस्था की गई है। बेड पर मच्छरदानी लगा है साथ ही यहां चिकित्सक और नर्स तैनात रहते हैं।
दरअसल, निगम आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने डेंगू के लार्वा को पनपने के पहले ही उसे खत्म करने के लिए एहतियातन निगम व स्वास्थ्य समिति की संयुक्त टीम का गठन किया है। स्वच्छता पदाधिकारी गुलाम रब्बानी व पिंटू कुमार के नेतृत्व में 13 कर्मियों की क्यूआरटी टीम को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है जो अलग-अलग शिफ्ट में काम कर रहे हैं।
इन जगहों को किया चिह्नित
शहर के पूर्व में डेंगू से प्रभावित ऐसे 20 हॉटस्पॉट को चिह्नित किया गया है, यहां पिछले वर्ष डेंगू के मरीज मिले थे। निगम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 जगह की सूची उपलब्ध कराई गई है।
इसमें गुलजार पोखर, मकससपुर, कासिम बाजार, मुर्गियाचक, लल्लू पोखर, दिलावरपुर, खानकाह, चंदन बाग, पुलिस लाइन व अन्य शामिल थे। हॉटस्पॉट के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित स्थलों पर ब्लीचिंग पाउडर, फागिंग, एंटी लार्वा व बाई लार्वा पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है।
छिड़काव फिर भी मिल रहे मरीज
इस बार बाय लार्वा केमिकल का भी प्रयोग किया जा रहा है। बाय लार्वा इतना कारगर है कि वह डेंगू के मच्छरों को पनपने नहीं देता है। इस केमिकल का 30 ग्राम पाउडर को 15 लीटर पानी में घोलकर डालने पर चार दिनों तक दोबारा छिड़काव की जरूरत नहीं पड़ती।
आयुक्त ने बताया कि मानसून शुरू होने के पहले ही संबंधित निगम कर्मी डेंगू नहीं पनपे इसके लिए पूरी तरह सतर्कता के साथ काम कर रहे हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए टीम मोहल्ले-मोहल्ले घूम कर डेंगू की से बचने के लिए हैंड नोट के साथ लोगों को जागरूक कर रही है।
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