बिहार में बनेगा सेना के हथियार ढोने वाला रेलवे वैगन, आधुनिक तकनीक से होगा तैयार
बिहार के मुंगेर में सेना के लिए रेलवे वैगन का निर्माण होगा। यह वैगन सेना के हथियार और अन्य साजो सामान ढोने के लिए आधुनिक तकनीक से तैयार किया जाएगा। इस ...और पढ़ें

केएम राज, जमालपुर (मुंगेर)। एशिया के पहले रेलवे कारखाने जमालपुर वर्कशॉप के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। अब तक बीटीपीएन वैगन, टैंकर, जैक और 140 टन हाइड्रोलिक क्रेन बनाने वाला जमालपुर वर्कशॉप अब सेना के लड़ाकू संसाधन ढोने वाले विशेष वैगन का निर्माण करेगा।
इसकी औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। रेलवे बोर्ड से डिफेंस से संबंधित तोप और अन्य सैन्य उपकरणों को ढोने वाले वैगन बनाने का ऑर्डर जमालपुर वर्कशॉप को मिला है। पहले चरण में एक रैक (45) वैगन निर्माण का लक्ष्य तय किया गया है।
अब तक डिफेंस के भारी और संवेदनशील उपकरणों को ले जाने वाले ऐसे वैगन निजी कंपनियां ही बनाती थीं, लेकिन अब भारतीय रेल में यह काम करने वाला जमालपुर वर्कशॉप पहला कारखाना होगा।
यह न केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है, बल्कि इससे रेलवे की तकनीकी क्षमता भी प्रदर्शित होगी। एक वैगन के निर्माण पर लगभग 45 से 50 लाख रुपये खर्च होंगे, जबकि निजी कंपनियां इसी तरह का वैगन 55 से 60 लाख रुपये में तैयार करती हैं।
आधुनिक तकनीक का होगा FMPC-1
जमालपुर वर्कशॉप में एक नए लुक का विशेष वैगन प्लेट मल्टीपरपज वैगन (एफएमपीसी–1) का निर्माण किया जा रहा है। यह वैगन देश में केवल जमालपुर कारखाना द्वारा ही बनाया जाएगा। वैगन का निर्माण कारखाना के बीएलसी शॉप में चल रहा है, जहां डिप्टी निर्माण सौरभ कुमार की देखरेख में कार्य तेजी से किया जा रहा है।
डिप्टी निर्माण सौरभ कुमार ने बताया कि एफएमपीसी–1 वैगन का उपयोग मुख्य रूप से डिफेंस विभाग के टैंक और अन्य भारी सैन्य वाहनों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित ढंग से लाने-ले जाने में किया जाएगा। यह वैगन अत्याधुनिक तकनीक और मजबूत संरचना से तैयार किया जा रहा है।
कुशल तकनीशियनों और कर्मवीर कर्मचारियों की बदौलत जमालपुर वर्कशॉप को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्लेट मल्टीपरपज वैगन (एफएमपीसी - 1) का निर्माण यहां होगा। यह वैगन खुला रहता है। इसका इस्तेमाल डिफेंस के तोप सहित अन्य संसाधनों को एक जगह से दूसरी जगहों तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। फरवरी तक 45 वैगन का एक रैक बनाने का लक्ष्य है, जिसे पूरा कर लिया जाएगा। -विनय प्रसाद वर्णवाल, मुख्य कारखाना प्रबंधक, जमालपुर रेल कारखाना

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