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    Munger News: हाथ-पैर बांध बिसैप जवान को रेलवे पटरी पर फेंका, पुलिस जांच में जुटी

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 03:52 PM (IST)

    जमालपुर में बिसैप-नौ के जवान संतोष कुमार ने अपने सहकर्मियों पर अपहरण और जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया है। जवान के अनुसार उसे हाथ-पैर बांधकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। ड्यूटी आवंटन को लेकर विवाद की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

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    हाथ-पैर बांध बिसैप जवान को रेलवे पटरी पर फेंका, पुलिस जांच में जुटी

    संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर)। आम जनता की सुरक्षा करने वाले पुलिस के जवान जब अपने साथियों से ही खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हों तो वे दूसरे की सुरक्षा कैसे कर पाएंगे। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-नौ जमालपुर से एक ऐसा ही वाकया सामने आया है। यहां के एक जवान संतोष कुमार को उसके साथ ही रहने वाले सहकर्मियों ने हाथ-पैर बांध आंखों पर पट्टी डाल जमालपुर-मुंगेर रेल लाइन पर फेंक दिया।

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    पीड़ित जवान जहानाबाद जिले का रहने वाला है। उसने अपने ही कुछ सहकर्मियों पर जान से मारने की नीयत रचने तथा इसी नीयत से हाथ-पैर बांध पटरी पर फेंकने का आरोप लगाया। यह घटना रविवार देर शाम की बताई जाती है।

    संतोष ने बताया कि उसे कुछ लोगों ने दौलतपुर दुर्गा मंदिर के समीप हथियार के बल पर अगवा किया तथा हाथ को जंजीर तथा पैर को रस्सी से बांध दिया। इसके साथ ही मुंह और आंख पर पट्टी बांध जमालपुर-मुंगेर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।

    स्थानीय लोगों ने जब उसे अचेत अवस्था में रेलवे पटरी पर पड़ा देखा तो इसकी सूचना डायल 112 को दी। इसके बाद डायल 112 की टीम ने जवान के पैर की रस्सी व चेहरे पर लगी पट्टी खोलकर जमालपुर थाना ले गई।

    पूरी जानकारी लेने के बाद जवान को बिसैप-नौ परिसर ले जाकर पदाधिकारी के उपस्थिति में हाथों में लगे जंजीर को तोड़ा। पूरे घटनाक्रम की जानकारी समादेष्टा को देने के बाद पीड़ित जवान रात में ही घर पहुंचा।

    ड्यूटी लगाने को लेकर चल रहा था विवाद

    संतोष कुमार ने बताया कि वह बिसैप-नौ में मुंशी का काम करता है तथा जवानों को ड्यूटी बांटता है। इसके कारण कार्यालय के ही कई लोगों से विवाद चल रहा है। रविवार की रात में बाजार से पूजन सामग्री लेकर लौट रहा था। इसी क्रम में दौलतपुर दुर्गा मंदिर के समीप अचानक दो लोग मेरी कनपटी में हथियार सटा आगे चलने को कहा।

    इसके बाद चार-पांच और लोग और आ गए तथा मेरे आंख और मुंह को पकड़े से तथा हाथ को जंजीर व पैर को रस्सी से बांध दिया। जबरदस्ती थोड़ी दूर चलवा कर जमालपुर-मुंगेर रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया। संतोष ने बताया कि वह 2024 के मार्च से जमालपुर में पदस्थापित है।

    उसने जमालपुर थाना में दिए लिखित आवेदन में विभाग के 12 लोग क्रमश: प्रमोद राम, सिकंदर दास, मु. वसीम, राहुल कुमार, निरंजन कुमार, सुमन कुमार, अजीत कुमार सिंह, सुदामा गुप्ता, निर्भय कुमार, चिंटू कुमार, गोपाल सिंह, प्रदीप कुमार उरांव सहित छह अज्ञात के विरुद्ध जान से मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया।

    मामला संज्ञान में आया है। डीएसपी रैंक के एक अधिकारी से पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। घटना में शामिल दोषी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर बिंदू पर जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी। - रंजन कुमार, समादेष्टा, बिसैप-नौ जमालपुर