Bihar News: मारपीट, दुर्व्यवहार और बदसलूकी... अस्पताल में भिड़े BJP के विधायक और डॉक्टर, इस बात को लेकर कटा बवाल
बिहार के मुंगेर में भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रणव कुमार और इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर के बीच अस्पताल में काफी देर तक बहस हुई। डॉक्टर ने विधायक पर मारपीट के आरोप भी लगाए। वहीं विधायक ने कहा कि डॉ. शानू का मरीज के साथ व्यवहार कभी एक डॉक्टर की तरह नहीं होता है। वह हर मरीज के साथ बदसलूकी करते हैं।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। BJP MLA And Doctor Clash सदर अस्पताल में रविवार शाम मरीज के इलाज को लेकर मुंगेर के भाजपा विधायक प्रणव कुमार और इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डॉ. शानू के बीच बहस हो गई। काफी देर तक नोकझोंक चलती रही। चिकित्सक ने विधायक पर मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि, इस संबंध में कोई आवेदन नहीं दिया गया है।
अस्पताल प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज जिलाधिकारी व राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजा है। विधायक ने उनके साथ दुर्व्यवहार की बात कही है। विधायक ने कहा कि डॉ. शानू का मरीज के साथ व्यवहार कभी एक डॉक्टर की तरह नहीं होता है। वह हर मरीज के साथ बदसलूकी करते हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रविवार की शाम गंगा पार दियारा क्षेत्र का एक मरीज उपचार कराने इमरजेंसी में पहुंचा। मरीज को डॉ. शानू संतुष्ट नहीं कर पाए। मरीज ने इसकी सूचना विधायक को दी। विधायक ने बताया कि स्वजन को चिकित्सक से फोन पर बात कराने को कहा तो चिकित्सक ने उनके प्रति अमर्यादित शब्द का प्रयोग किया तथा मरीज को डांट कर भगा दिया। इसकी सूचना पर विधायक अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक से बातचीत की। इस बीच दोनों के बीच नोकझोंक हो गई।
सूचना मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस वहां पहुंची। दोनों को समझाकर मामला शांत कराया। विधायक के जाने के बाद कुछ देर के लिए चिकित्सकों ने काम ठप कर दिया। मुख्य गेट को बंद कर दिया गया। सिविल सर्जन डा. पीएम सहाय तथा अस्पताल उपाधीक्षक डा. रमन कुमार भी सदर अस्पताल पहुंचे। कोतवाली थानाध्यक्ष धीरेंद्र पांडे ने बताया कि चिकित्सक की ओर से कोई आवेदन नहीं दिया गया है।
इमरजेंसी में बैठ डॉक्टर से बात करने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टर के मन में जनप्रतिनिधि के प्रति सम्मान तक का कोई भाव नहीं है। उनके खिलाफ मैं विशेषाधिकार समिति के पास मामला उठाऊंगा। एक जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यहार किया गया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। - प्रणव कुमार, विधायक
न्यूरो से संबंधित एक मरीज के स्वजन पहुंचे थे। अस्पताल में न्यूरो से संबंधित सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में मरीज को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इस पर मरीज ने थोड़ी देर बाद वापस आकर फोन पर विधायक से बात करने को कहा तो मैंने कहा कि मैं आपका काम तो कर ही रहा हूं, हमें किसी से बात करने की अनुमति नहीं है। - डॉ. शानू
सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ने कहा कि मामले की पूरी जानकारी ली जा रही है। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अस्पताल उपाधीक्षक डा. रमन कुमार ने कहा कि विधायक व ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के बीच कहासुनी हुई है। सभी युवा चिकित्सक हैं। पूरे मामले की जानकारी प्राप्त कर ही कुछ निर्णय लिया जाएगा।
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