आंगनबाड़ी केंद्रों पर औषधीय पौधों के पौधारोपण के साथ ही कराया जा रहा है छोटे बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार
मुंगेर । जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को पोषण वानिकी कार्यक्रम के तहत औ

मुंगेर । जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को पोषण वानिकी कार्यक्रम के तहत औषधीय पौधों के पौधारोपण कार्यक्रम के साथ ही छह माह से अधिक उम्र के छोटे- छोटे बच्चों के लिए अन्नप्राशन संस्कार का आयोजन किया गया। समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) निदेशालय पटना द्वारा 16 से 31 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले पोषण पखवाड़ा पर विभिन्न गतिविधियों का एक विस्तृत कैलेंडर जारी किया गया। कैलेंडर के अनुसार 16 से 31 मार्च तक जिले के सभी आंगनबाड़ी से लेकर राज्य स्तर तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। इसी के तहत शुक्रवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वानिकी कार्यक्रम के तहत औषधीय पोधों का पौधरोपण कार्यक्रम के साथ ही छोटे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए अन्नप्राशन संस्कार का आयोजन किया गया। मालूम हो कि प्रत्येक महीने के 19 तारीख को छह माह से अधिक उम्र के छोटे- छोटे बच्चों को मां से स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार देने की शुरुआत करने के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन संस्कार का आयोजन किया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बेल, जामुन, आंवला, पपीता, खजूर, अमरूद और सहजन का पौधा लगाया गया।
मुंगेर में आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रेखा कुमारी ने बताया कि पोषण पखवाडा के तहत शुक्रवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर लोगों को जागरूक करते हुए औषधीय पौधों के रूप में बेल, जामुन,आंवला,पपीता,खजूर, अमरूद और सहजन का पौधा लगाया गया। साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह की उम्र पूरा करने वाले छोटे- छोटे बच्चों के लिए अन्नप्राशन संस्कार का आयोजन किया गया। वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण पंचायत का आयोजन कर पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से बच्चों में व्याप्त कुपोषण से बचाव व इससे होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक किया गया।
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