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    साठ बच्चों ने किया कुरान हिब्ज

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    Updated: Fri, 17 Apr 2015 10:04 PM (IST)

    मुंगेर, संवाद सूत्र : हजरत मौलाना अल्लहाद कारी मो. शादुल्ला अब्दुल्ला बोखारी रहमतुल्लाह अलैह के मदरस

    मुंगेर, संवाद सूत्र : हजरत मौलाना अल्लहाद कारी मो. शादुल्ला अब्दुल्ला बोखारी रहमतुल्लाह अलैह के मदरसा तजविदुल कुरान जामा मस्जिद में शुक्रवार की देर शाम जलसा-ए-दस्तारबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता अबदुल्ला बोखारी ने की। जबकि, संचालन मुफ्ती अताउल्लाह शाह बुखारी ने की। इस अवसर पर मदरसा के बच्चों ने नात पेश किया। मो. तनवीर ने 'जिस तरह महकता है, कोठरी महकती है, आमना के आंगन में सरवरी महकती है, आपकी पसीने की खुशबू का क्या कहना, हर घड़ी हलिमा की झोपड़ी महकती है' नात प्रस्तुत किया। इस दरम्यान कुरान हिब्ज करने वाले (हाफिज की डिग्री हासिल करने वाले) 60 बच्चों की दस्तारबंदी उलेमाओं के द्वारा किया गया। इस दौरान कुरान शरीफ हिब्ज करने वाले बच्चों के सिर पर उलेमाओं ने पगड़ी दी। जलसा-ए-दस्तारबंदी में खगड़िया, बेगूसराय, महेशखूंट, गोगरी जमालपुर, जलकौड़ा आदि जगहों से हजारों की संख्या में मुसलमान भाईयों ने शिरकत की। मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि आज लोग दिनी तालिम को छोड़ दुनियावी तालिम के पीछे भाग रहे हैं। जबकि, दिनी तालिम हासिल करना बेहद जरूरी है। आज मदरसे में काफी संख्या में बच्चे दिनी तालिम हासिल कर रहे हैं। जिसकी आज दस्तारबंदी की गई। वहीं, मौलाना सुफयान मुजाहरी ने कहा कि आज लोगों में अपने बच्चों को दिनी तालिम दिलाने के बदले दुनियावी तालिम दिलाने की होड़ सी लगी है। अधिकांश लोग अपने बच्चों को दुनियावी तालिम ही दिलाना चाहते हैं। जबकि, दिनी तालिम हासिल करने से बड़े-छोटे की तमीज व खुदा का डर पैदा होता है। आज के बच्चे सही से एक कलमा तक नहीं जानते। लेकिन, दुनियावी बातें अधिक जानते हैं। इस अवसर पर मुंबई से आए मौलाना मुनीर अहमद साहब, शाही मस्जिद आरा के इमाम मौलाना सैयद वाहबउद्दीन बोखरी, मुफ्ती बरकतुल्लाह शाह कासमी, फिदाउर रहमान, रजा अली, जिसान अहमद, वार्ड पार्षद शाकिर हुसैन सिद्दकी, वार्ड पार्षद फैसल अहमद रूमी, मो. इरशाद, मो. इनाम, मो. इकबाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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