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    मधुबनी में सोइली चौक पर पुल के ऊपर से बह रहा थुम्हानी नदी का पानी

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 06 Jul 2021 01:27 AM (IST)

    बेनीपट्टी प्रखंड के सोईली चौक के निकट थुम्हानी नदी का पानी पुल के ऊपर से बहने लगा है। पुल पर पानी चढ़ जाने से लोगों को यातायात में काफी परेशानी हो रही है। पुल पर भी खतरा बना हुआ है।

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    मधुबनी में सोइली चौक पर पुल के ऊपर से बह रहा थुम्हानी नदी का पानी

    मधुबनी । बेनीपट्टी प्रखंड के सोईली चौक के निकट थुम्हानी नदी का पानी पुल के ऊपर से बहने लगा है। पुल पर पानी चढ़ जाने से लोगों को यातायात में काफी परेशानी हो रही है। पुल पर भी खतरा बना हुआ है। इधर, सोईली, गुलरियाटोल, करहारा सड़क पर बाढ़ का पानी बहने से आवागमन ठप हो गया है। करहारा से गुलरियाटोल व सोईली तक नाव के सहारे ही लोग आवागमन कर रहे हैं। थुम्हानी नदी के पुल के ऊपर बाढ़ का पानी बहने से वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। लोग किसी तरह जान जोखिम में डाल कर पैदल पुल को पार कर रहे हैं। सोईली चौक पर पुल के ऊपर पानी व गुलरियाटोल व करहारा जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी बहने से लोगों के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। थुम्हानी नदी के पुराने पुल पर पानी बह रहा है और निर्माणाधीन नए पुल से यातायात चालू नहीं हो पाया है। ऐसे में लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। पुल के उत्तर व दक्षिण भाग में नदी तेजी से कटाव कर रही है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लोग भयभीत हैं। बछराजा नदी में बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान

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    जयनगर : नेपाल से आने वाली बछराजा नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, सीमराढी गांव के समीप एनएच-227 पर बनाए गए डायवर्सन पर छह से सात फीट पानी बहने के कारण लगातार चौथे दिन भी हरलाखी, बासोपट्टी प्रखंड का अनुमंडल मुख्यालय जयनगर से सड़क संपर्क भंग रहा। जिस कारण सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण रजौली, धमियापट्टी, सिराही समेत अन्य गांवों के किसानों के खेतों में लगे धान के बिचड़ा के डूब जाने से किसानों के समक्ष भारी मुसीबत उत्पन्न हो गई है। किसान इस चिता से परेशान हो उठे है कि आखिर अब उनके खेतों की रोपाई कैसे हो सकेगी। कई किसान धान रोपनी के लिए खेतों की जुताई भी कर चुके थे, लेकिन नदी में आई बाढ़ ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। वहीं, कमला नदी का जलस्तर आज दूसरे दिन भी वार्निंग लेवल से नीचे बह रहा है, जो लोगों के राहत भरी खबर है।