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    Prashant Kishor : 'चुनाव तो आने दीजिए...' प्रशांत किशोर ने I.N.D.I.A गठबंधन और नीतीश-खरगे की बातचीत पर कह दी बड़ी बात

    By Madan Lal KarnaEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Mon, 06 Nov 2023 05:25 PM (IST)

    Bihar Politics बिहार में जन सुराज पदयात्रा निकाल रहे Prashant Kishor ने सोमवार को I.N.D.I.A गठबंधन के भविष्य को लेकर टिप्पणी की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की फोन पर हुई बात को लेकर भी अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही उन्होंने राजनीति में सफलता का मंत्र भी बताया।

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    Bihar Politics : प्रशांत किशोर ने बताया राजनीति में सफलता का मंत्र, नीतीश-खरगे की बातचीत पर भी दिया रिएक्शन

    संवाद सहयोगी, बाबूबरही। Bihar Politics : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा है कि बिहार में हर वर्ष 40 हजार करोड़ रुपये रुपए शिक्षा पर खर्च किए जाते हैं। किंतु इस शिक्षा से 40 बच्चे भी अच्छे से पढ़कर नहीं निकल पाते।

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    उन्होंने कहा कि सरकार ने समता मूलक शिक्षा नीति बनाने के चक्कर में हर जगह विद्यालय तो खोल दिए। किंतु इसकी गुणवत्ता, सुविधा व मिलने वाली शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया।

    शिक्षा व्यवस्था को सुधारना होगा

    प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने कहा कि अगर इसे सुधारना है तो बच्चों को विद्यालय तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी होगी। हर प्रखंड में नेतरहाट स्तर की विद्यालय खोले जाएं।

    यह बातें उन्होंने सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव में पैदल मार्च करते पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं।

    प्रशांत किशोर ने आईएनडीआईए गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की बातचीत पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।

    इस संबंध में प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी नीतीश कुमार और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को आपने देखा है। ज्यों-ज्यों चुनाव (Lok Sabha Election 2024) नजदीक आएगा त्यों-त्यों इस गठबंधन में विरोधाभास अधिक दिखेंगे।

    ऐसे नहीं बनती गठबंधन की ताकत : प्रशांत किशोर

    उन्होंने कहा कि नेताओं के एकसाथ बैठने-उठने से गठबंधन की ताकत नहीं बनती है। अगर इनके पास नैरेटिव नहीं है और जमीन पर जनता से जुड़ने के लिए मुद्दे नहीं हैं तो राजनीतिक सफलता नहीं मिल सकती।

    बता दें कि सोमवार को राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की जनसुराज पदयात्रा (Jan Suraaj Padyatra) बाबूबरही प्लस टू उच्च विद्यालय मैदान होते हुए पचरुखी, खड़गबनी पहुंची थी।

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