PM मोदी और प्रचंड ने किया कुर्था-बीजलपुरा रेलखंड योजना का अनावरण, कार्गो ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
Kurtha Bijalpura railway line भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत मधुबनी के जयनगर से नेपाल के बर्दीबास तक रेलखंड का निर्माण हो रहा है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाली पीएम की मौजूदगी में कुर्था-बिजलपुरा रेलखंड को नेपाल को सौंपा गया।
जागरण संवाददाता, जयनगर (मधुबनी)। भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नेपाल को कुर्था-बिजलपुरा रेलखंड सौपेंगे। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाली पीएम पुष्प कमल दहल ने कुर्था-बिजलपुरा रेलखंड का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधामंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने संयुक्त रूप से रेलवे के कुर्था-बीजलपुरा खंड की ई-योजना का अनावरण किया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक भारतीय रेल कार्गो ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi and Nepal Prime Minister Pushpa Kamal Dahal ‘Prachanda’ jointly unveil the e-plan of the Kurtha-Bijalpura section of the Railway. Both the Prime Ministers jointly flag off the Indian Railway cargo train from Bathnaha to Nepal Custom yard. pic.twitter.com/0a0lKlLBC0— ANI (@ANI) June 1, 2023
बता दें कि बिहार में मधुबनी के जयनगर से नेपाल के बर्दीबास तक रेलखंड का निर्माण हो रहा है। निर्माण के दूसरे चरण में इस रेलखंड पर कुर्था से बिजलपुरा तक ट्रेन चलाने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
कुर्था से बिजलपुरा तक पिपराढ़ी व सिगयाही स्टेशन और लोहापट्टी हॉल्ट का निर्माण कराया गया है। निर्माण कंपनी इरकान की ओर से यह रेलखंड गुरुवार को नेपाल रेलवे को सौंप दिया।
निर्माण कंपनी इरकान के संयुक्त निदेशक विवेक निगम ने बताया कि एक जून यानी गुरुवार को दोनों देशों के प्रधानमंत्री नई दिल्ली में रेलखंड सौंपे जाने की औपचारिकता पूरी की। नेपाल रेलवे के जीएम निरंजन झा ने बताया कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में कुर्था से बिजलपुरा के बीच ट्रेन का परिचालन किया जाएगा।
जयनगर से बर्दीबास तक आठ सौ करोड़ की लागत से 65.5 किमी लंबे रेलखंड पर काम हो रहा है। कंपनी की ओर से साल 2014 में मेगा ब्लॉक कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था।
जनकपुर तक ही चल रही थी ट्रेन
साल 2001 में नेपाल में आई बाढ़ से जनकपुर और बिजलपुरा के बीच रेल पुल ध्वस्त हो गया था। इसके बाद जनकपुर तक ही ट्रेन चलती रही। भारत सरकार ने भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत साल 2010 में इसे बड़ी लाइन में बदलने की योजना बनाई।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि बथनाहा में दो रेल प्रोजेक्ट नेपाल रेलवे को सौंपे जाएंगे। बथनाहा से विराटनगर तक बनाए जा रहे रेलखंड के प्रथम चरण में बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक सात किलोमीटर रेलखंड नेपाल रेलवे को सौंपा जाएगा।
कुर्था से बिजलपुरा तक 17.5 किलोमीटर में रेलखंड
वहीं, जयनगर बर्दीबांस रेलखंड के कुर्था से बिजलपुरा तक 17.5 किलोमीटर में बनाए गए रेलखंड भी नेपाल रेलवे को सौंपा गया।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि नई दिल्ली में दोनों देश के प्रधानमंत्री और प्रतिनिधिमंडल स्तर के बातचीत के बाद दोनों रेलखंड हस्तांतरण की औपचारिकता पूरी की गई।
बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल चार दिवसीय यात्रा पर बुधवार को नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। गुरुवार को दोनों देश के प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद भारत सरकार द्वारा बनाए गए दो रेलखंड नेपाल रेलवे को सौंपे जाने की औपचारिकता दोनों प्रधानमंत्री के उपस्थिति में सम्पन्न की गई।
इन पर भी हो सकता है समझौता
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों देश के प्रधानमंत्री के उपस्थिति में आयोजित प्रतिनिधिमंडल स्तर के वार्ता में जल विद्युत परियोजना, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट निर्माण समेत अन्य महत्वपूर्ण विषय पर समझौता होने की उम्मीद की जा रही है।
नेपाली प्रधानमंत्री के चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उज्जैन महाकाल के दर्शन और इंदौर शहर की यात्रा कर वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था को बारीकी से समझने का भी कार्यक्रम निर्धारित है।
जयनगर से नेपाल के कुर्था तक चलाए जा रहे सवारी गाड़ी का विस्तारीकरण बीजलपुरा तक जुलाई के प्रथम सप्ताह में किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गुरुवार को नेपाल रेलवे को कुर्था बिजलपूरा रेलखंड सौंप दिया जाएगा।
एक महीने के अंदर सारी प्रक्रिया पूरी करेगा नेपाल
नेपाल रेलवे की ओर से एक महीना के अंदर रेलखंड के सभी 11 फाटकों पर गेटमैन की तैनाती, सभी स्टेशन पर अधिकारियों और कर्मियों की तैनाती और समय सारिणी और किराया निर्धारण की सभी प्रक्रियाएं पूरी की जाएगी।