पीएम किसान सम्मान निधि के 62.42 लाख लौटे, अपात्र किसानों ने नहीं दी राशि तो कार्रवाई तय
मधुबनी जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अपात्र लाभुकों से वसूली प्रक्रिया धीमी हो गई है। कृषि विभाग ने 8221 अयोग्य किसानों को नोटिस दिया था, ज ...और पढ़ें

प्रदीप मंडल, मधुबनी। PM Kisan Samman Nidhi Recovery: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले में अपात्र लाभुकों से राशि वसूली की प्रक्रिया फिलहाल धीमी पड़ गई है। सरकारी निर्देश के अनुसार अयोग्य किसानों से योजना की राशि वापस ली जानी है।
कृषि विभाग ने इसको लेकर जिले के 8,221 अपात्र किसानों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया है। अब तक 475 किसानों से 62 लाख 42 हजार रुपये की रिकवरी की जा चुकी है, जबकि शेष किसानों से राशि वापस लेने की प्रक्रिया पिछले कुछ महीनों से मंद गति से चल रही है।
जिला कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया कि जो किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं थे, फिर भी लाभ ले चुके हैं, उन्हें हर हाल में राशि लौटानी होगी। यदि राशि वापस नहीं की गई, तो संबंधित किसानों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अपात्र किसानों के लिए क्यों बढ़ी परेशानी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जरूरतमंद किसानों के लिए राहतकारी योजना है, जिसके तहत प्रति वर्ष तीन किस्तों में कुल 6,000 रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं। हालांकि, रिकवरी प्रक्रिया शुरू होने के बाद अपात्र किसानों के लिए यह योजना परेशानी का कारण बन गई है।
शुरुआत में योजना का लाभ केवल पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को दिया जाना था। बाद में सरकार ने नियमों में संशोधन कर बड़े किसानों को भी शामिल किया, लेकिन आयकरदाता और 10 हजार रुपये या उससे अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को अपात्र घोषित कर दिया गया।
जिले के कितने किसानों को मिल रहा लाभ
फिलहाल जिले में 3,41,537 किसानों के आवेदन स्वीकृत हैं, जिन्हें योजना का लाभ दिया जा रहा है।केंद्र सरकार द्वारा अपात्र किसानों से राशि वापस लेने के आदेश के बाद जिले में हड़कंप मच गया है।
8,221 किसानों से होगी 13 करोड़ से अधिक की वसूली
- कुल वसूली योग्य राशि: ₹13 करोड़ 9 लाख 78 हजार
- आयकर दायरे में आने वाले 4,223 किसान: ₹6 करोड़ 6 लाख 8 हजार
- अन्य कारणों से अपात्र 3,998 किसान: ₹7 करोड़ 3 लाख 70 हजार
अब तक
- 392 आयकरदाता किसानों से: ₹45.32 लाख
- 83 अन्य अपात्र किसानों से: ₹17.10 लाख की वसूली की जा चुकी है।

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