Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मिथिला परिक्रमा 25 से

    By Edited By:
    Updated: Fri, 17 Feb 2017 01:28 AM (IST)

    भारत-नेपाल क्षेत्र से निकलने वाली वार्षिक मिथिला परिक्रमा 25 फरवरी से प्रारंभ होगी।

    मिथिला परिक्रमा 25 से

    मधुबनी। भारत-नेपाल क्षेत्र से निकलने वाली वार्षिक मिथिला परिक्रमा 25 फरवरी से प्रारंभ होगी। इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाने लगा है।

    कचुरी धाम के महंथ रामनरेश शरण ने बताया कि यह परिक्रमा यात्रा वर्षों से चली आ रही है। इस यात्रा के दौरान जो भक्त सच्चे मन से कुछ मांगते हैं श्री मिथिला बिहारी उनके मनोवांछित फल को पूर्ण कर देते हैं। इस यात्रा में देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु भाग लेकर 15 दिनों तक परिक्रमा करते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    परिक्रमा रूट और तारीख :

    परिक्रमा में मिथिला बिहारी का डोला 25 फरवरी को नेपाल के जनकपुरधाम स्थित कचुरी नामक जगह से कीर्तन भजन के साथ निकलेगा। यह परिक्रमा कचुरी से चलकर रत्नसागर स्थान में भोजन विश्राम कर जानकी मंदिर में पूजा आरती करते हुए हनुमान गढ़ी में ही रात्रि विश्राम कर 26 फरवरी को हरलाखी के हरणे में बालभोग विश्राम कर रात्रि कल्याणेश्वर स्थान में विश्राम की जाएगी। अगले पड़ाव में 27 फरवरी को गिरजा स्थान फुलहर, 28 को मटिहानी, 1 मार्च को नेपाल के जलेश्वर 2 को मड़े स्थान, 3 को ध्रुवकुंड, 4 को कंचनवन, 5 को पर्वता स्थान, 6 को धनुषा स्थान, 7 को सतोखर, 8 को औरही, 9 को करुणा व 10 मार्च को कलना परिक्रमा पूरा कर रात्रि विश्राम विश्वामित्र स्थान विशौल में होगा। प्रात: 11 मार्च को पुन: जनकपुरधाम गंगासागर तालाब तट पर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद द्वारा बनाए गए मंडप में रात्रि विश्राम कर 12 मार्च को अंर्तगृह परिक्रमा पूरी की जाएगी।

    भारत-नेपाल सह मिथिला की विश्व प्रसिद्ध मिथिला परिक्रमा यहां की एक धरोहर है। इस परिक्रमा में भाग लेने के लिए देश व विदेश के विभिन्न प्रांतों से हजारों श्रद्धालु आते हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय परिक्रमा भारत-नेपाल के आपसी संबंध को जोड़ने का भी काम करती है। जिसका संदेश बिहार से पूरे विश्व को जाता है। लेकिन भारत में इस परिक्रमा के यात्रियों को लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। पेयजल से लेकर सुरक्षा व्यवस्था की खास कमी होती है। यह एक ¨चता का विषय है। इसलिए हरलाखी जदयू प्रशासन से परिक्रमा यात्रियों के लिए पेयजल, स्वास्थ्य चिकित्सा, सुरक्षा समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने की मांग करता है। उक्त बातें उमगांव स्थित जदयू कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए जदयू नेता प्रमोद गुप्ता ने कही। उन्होंने यह भी कहा कि हमने इस संबंध में जदयू कार्यसमिति से प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री से भी एक ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया है, ताकि परिक्रमा यात्रियों के लिए सुरक्षा समेत विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील करते हुए कहा कि मानव जीवन में एक बार अवश्य सेवा का धर्म करना चाहिए। इसलिए सभी स्थानीय लोग परिक्रमा यात्रियों के लिए अपने स्तर से भी सहयोग करें। मौके पर चंद्रकिशोर महतो, अतुल ठाकुर, रणवीर ¨सह, विष्णुदेव मंडल, मो. अकबर, सोनफी दास, रामयतन यादव, शिवजी मंडल, युगेश्वर दास व मो. सितारे समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।