महाभारत कालीन गांडिवेश्वर स्थान उपेक्षित
महाभारतकालीन गांडीवेश्वर नाथ महादेव स्थान जहां विकास से कोसो दूर है वहीं महत्वपूर्ण धरोहर उपेक्षित है।
मधुबनी। महाभारतकालीन गांडीवेश्वर नाथ महादेव स्थान जहां विकास से कोसो दूर है वहीं महत्वपूर्ण धरोहर उपेक्षित है। जबकि गांडीवेश्वर स्थान शिवनगर को विकसित करने व पर्यटनस्थल का दर्जा दिए जाने की जरूरत है। यह एक ऐसा ऐतिहासिक स्थल है जो महाभारत व रामायण में वर्णित है। लेकिन महाभारतकालीन व रामायणकाल से जुड़े यह पौराणिक स्थल आज भी उपेक्षित हैं।
बेनीपट्टी अनुमंडल मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर शिवनगर गांव में पौराणिक, धार्मिक, ऐतिहासिक स्थल गांडीवेश्वर नाथ महादेव बिराजमान हैं। महाभारत काल के अज्ञातवास के दौरान पांडव गांडीवेश्वर स्थान में पहुंचे थे साथ ही अर्जुन ने इसी स्थल पर शमी के पेड़ पर अपना गांडीव को छुपाकर रखा था। जबकि अपने तपस्या के बल पर बाबा गांडीवेश्वर नाथ महादेव की पूजा अर्चना कर पशुपति अस्त्र प्राप्त किया था। गांडीवेश्वर स्थान परिसर के उतर दिशा में गौड़ीशंकर का मंदिर है। जहां सात सीढ़ी से नीचे उतरकर श्रद्धालुओं भगवान गौड़ीशंकर की पूजा अर्चना करते हैं। गौड़ीशंकर मंदिर के एक ही ¨लग में गौड़ीशंकर समाहित हैं तथा उसी ¨लग में धनुष अंकित है। गौड़ीशंकर मंदिर से सटे बाबा गांडीवेश्वर नाथ महादेव बिराजमान है जहां सच्चे मन से आने वाले भक्त बाबा के दरबार से खाली हाथ नही लौटते । गांडीवेश्वर स्थान में भक्तों को दिव्य अनुभूति व आलौकिक शांति मिलती है साथ ही संसार की सारी बाधाएं दूर हो जाती है। परिसर में कार्तिक, गणपति, कालभैरव, बटुख भैरव, सूर्य नारायण, काली, हनुमान, राम, लक्ष्मण, सीता सहित कई देवी देवता विराजमान है। गांडीवेश्वर स्थान में भगवान गौड़ीशंकर सहित अन्य देवी देवताओ की सुबह चार बजे व रात्रि आठ बजे भव्य रूप से श्रंगार के बाद आरती होती है।
क्या कहते पुजारी व लोग
दिनेश पंडा, पवन पंडा, गौतम बाबा, त्रिलोक नाथ झा, प्रकाश झा, मालिक झा, रौशन कुमार झा तथा समाजसेवी गो¨वद झा, नंद झा, वसंत झा, इं. विनोद शंकर झाए काशीनाथ झा मंगल, कौशल कुमार झा, अभिमंत कुवर, अनील झा कहते हैं कि महाभारत कालीन पौराणिक, ऐतिहासिक, धार्मिक स्थल गांडीवेश्वर नाथ महादेव स्थान को विकसित किए जाने की आवश्यकता है।
क्या कहते एसडीएम.
अनुमंडल पदाधिकारी श्री मुकेश रंजन ने बताया कि शिवनगर गांव स्थित गांडीवेश्वर स्थान को विकसित करने के लिए सरकार को रिपोर्ट भेजा जाएगा। इस स्थान को विकसित किये जाने की दिशा में व्यापक स्तर पर अभियान शुरू किया जाएगा।