Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पैसे के चक्कर में खाकी बार-बार हो रही दागदार; मधुबनी में एक माह में 4 दारोगा, 1 जमादार और चौकीदार सस्पेंड

    Updated: Sun, 01 Jun 2025 11:46 PM (IST)

    मधुबनी जिले में पिछले एक महीने में पांच पुलिस अधिकारियों और एक चौकीदार को निलंबित किया गया है। इन पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार लापरवाही और अपराधियों से ...और पढ़ें

    Hero Image
    खबर की प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    प्रदीप मंडल, मधुबनी। जिले में बीते एक माह में पांच पुलिस पदाधिकारी और एक चौकीदार निलंबित हो चुके हैं। अब इसे मधुबनी पुलिस का दागदार चेहरा कहें अथवा दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्ती। परंतु सच्चाई यही है कि जिन पांच पुलिस पदाधिकारियों और एक चौकीदार को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन सभी पुलिस पदाधिकारियों और चौकीदार की असलियत लोगों के सामने आने के बाद से फिर एक बार मधुबनी पुलिस कटघरे में खड़ी हो गई है।

    आम लोगों के द्वारा पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध अक्सर अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ मिलीभगत एवं जांच पड़ताल के नाम पर आर्थिक शोषण के आरोप लगाए जाते रहे हैं।

    बीते एक माह में जो घटनाएं सामने आई है, वह कहीं ना कहीं इन बातों पर अपनी मुहर भी लगा रही है। नया मामला हरलाखी थाना के एएसआई प्रमोद कुमार एवं चौकीदार अजय कुमार का सामने आया है।

    जहां शराब से जुड़े केस संख्या 53/25 के नामजद आरोपी से नाम हटाने के एवज में रुपये लेते जमादार प्रमोद कुमार एवं चौकीदार अजय कुमार का वीडियो वायरल हुआ था।

    पुलिस अधीक्षक के द्वारा उक्त वायरल वीडियो मामले की जांच करवाई गई तो मामला सत्य पाया गया। जबकि इससे पूर्व 5 मई को इसी थाना के थानाध्यक्ष जितेंद्र सहनी को थाने में दर्ज मादक पदार्थ से संबंधित कांड के मुख्य आरोपी राहुल सिंह के साथ नजदीकी संबंध जग जाहिर होने के बाद एसपी द्वारा निलंबित किया जा चुका है।

    जब किसी थानेदार का मादक द्रव्य पदार्थ के तस्कर के साथ इतना नजदीकी संबंध हो जहां उसके कैसे का अनुसंधानकर्ता भी उसी से पूछ कर बनाया जाता है। तब सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि आम लोगों के बीच पुलिस की कैसी छवि बन रही है।

    ऐसे में कोई आम आदमी न्याय की उम्मीद लेकर कैसे पुलिस पदाधिकारी के पास जाए यह सोचनीय है।

    27 अप्रैल लखनौर थानाध्यक्ष निलंबित

    लखनौर थाना अंतर्गत मैवी में डकैती की घटना होती हैं। जहां डकैत हथियारों के साथ गृह स्वामियों को बंधक बना डकैती की घटना को अंजाम देते हैं। इतनी बड़ी डकैती की घटना को लखनौर थानाध्यक्ष रेणु कुमारी चोरी की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर खानापूर्ति कर लेती हैं।

    इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक के द्वारा झंझारपुर एसडीपीओ से मामले की जांच कराई जाती है। जांच में थाना अध्यक्ष रेणु कुमारी की लापरवाही सामने आती है।

    अपराध एवं अपराधियों को नियंत्रित नहीं कर पाने तथा कर्तव्यहीनता एवं लापरवाही के आरोप में एसपी योगेन्द्र कुमार के द्वारा एसएचओ रेणु कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाता है।

    2 मई बाबूबरही थाना के एसआई निलंबित

    2 मई को बाबूबरही थाना के एसआई दिलीप कुमार मिश्रा को एसपी योगेंद्र कुमार ने काम के प्रति लापरवाही, मनमानेपन, अनुशासनहीनता एवं उदंडता के आरोप में तत्काल प्रभाव से लंबित कर दिया।

    एसआई दिलीप कुमार मिश्रा के पास अनुसंधान के लिए लंबित विशेष कांड 25 तथा अवशेष कांड 55 था। जिसमें उनके द्वारा एक भी कांड में आरोप पत्र समर्पित नहीं किया गया और न ही कांड समीक्षा के दौरान उनके द्वारा अद्यतन कांड देने की प्रस्तुत की गई।

    कांडों के अनुसंधान में भी वह कोई रुचि नहीं ले रहे थे। थाना क्षेत्र में लोगों के साथ उनका व्यवहार भी अमर्यादित रहा है। उक्त मामले की बाबूबरही थानाध्यक्ष के द्वारा एसपी से शिकायत किए जाने पर यह कार्रवाई की गई थी।

    3 मई जयनगर थाना के एसआई निलंबित

    3 मई को जयनगर थाना में पदस्थापित एसआई संतोष कुमार को संदिग्ध आचरण, काम के प्रति लापरवाही, कर्तव्यहीनता, स्वेच्छाचारिता, मनमानेपन, बालू माफिया एवं भूमाफियाओं से सांठगांठ एवं संदिग्ध आचरण को लेकर पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र कुमार के द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

    इस संबंध में जयनगर थाना के अपर थानाध्यक्ष शुभम कुमार के द्वारा जयनगर सीडीपीओ को प्रतिवेदन समर्पित किया गया था। जयनगर एसडीपीओ विप्लव कुमार के द्वारा मामले की जांच कर रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को दी गई थी। उक्त रिपोर्ट के आलोक में पुलिस अधीक्षक के द्वारा यह कार्रवाई की गई।

    5 मई हरलाखी थानाध्यक्ष निलंबित

    पांच मई को हरलाखी थानाध्यक्ष जितेंद्र सहनी को मादक द्रव्य पदार्थों के तस्करों के साथ मिली भगत, संवेदनशील जानकारी को प्रकटीकरण कर गोपनीयता भंग करने, काम के प्रति घोर लापरवाही, आदेश का उल्लंघन, स्वेच्छा चरित एवं अनुशासनहीनता के आरोप में पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार के द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

    29 मई हरलाखी थाना के एएसआई और चौकीदार निलंबित

    29 मई को हरलाखी थाना के एएसआई प्रमोद कुमार तथा चौकीदार अजय कुमार को सनहा दर्ज करने के नाम पर रुपए लेने एवं रुपए की मांग करने के मामले में निलंबित कर दिया गया।

    क्या कहते हैं पदाधिकारी

    पद का दुरुपयोग करने वाले पुलिसकर्मी एवं पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध शिकायत मिलने पर तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मधुबनी पुलिस अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। - योगेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक मधुबनी