नव वर्ष में मिथिलांचल को रेलवे की बड़ी सौगात, लौकहा–पटना नियमित ट्रेन का ऐलान
Mithilanchal Train News: नव वर्ष में मिथिलांचल के लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। लौकहा से दरभंगा व समस्तीपुर होते हुए पटना तक नियमित ट्रेन जनवरी ...और पढ़ें

Laukaha Patna train: रेल सेवा आरंभ हो जाने से भारत-नेपाल सीमा के पास से एक और संपर्क साधन उपलब्ध हो जाएगा। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, मधुबनी। Bihar railway latest news: नव वर्ष के मौके पर मिथिलांचल के लोगों को रेलवे की बड़ी सौगात मिलने जा रही है। इस ट्रेन सेवा के आरंभ हो जाने से भारत-नेपाल की सीमा के पास रह रहे लोगों के पास राजधानी पटना पहुंचने का एक और विकल्प होगा।
नियमित ट्रेन सेवा
झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल ने बताया कि जनवरी से लौकहा और पटना के बीच दरभंगा मार्ग से नियमित ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी। इससे सीमावर्ती इलाकों के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
सांसद ने किया था आग्रह
सांसद ने बताया कि संसद सत्र के दौरान 17 दिसंबर को उन्होंने रेल मंत्री को पत्र लिखकर लौकहा-पटना के बीच सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने का आग्रह किया था। इसके बाद रेल मंत्रालय की ओर से जनवरी में लौकहा से दरभंगा व समस्तीपुर होते हुए पटना तक ट्रेन चलाने का आश्वासन मिला है। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए यात्रा करने वाले लोगों की परेशानी कम होगी।
रेल परियोजनाओं को भी मिली मंजूरी
सांसद रामप्रीत मंडल ने बताया कि रेल मंत्री ने झंझारपुर–लौकहा रेलखंड के दोहरीकरण के लिए 1540 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है। इसके साथ ही वर्ष 2007 से लंबित सीतामढ़ी–जयनगर–लौकहा–निर्मली रेल लाइन के निर्माण के लिए भी 2460 करोड़ रुपये की स्वीकृत मिल गई। डीपीआर तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार मिथिलांचल के विकास के लिए लगातार काम कर रही है और मौजूदा संसद सत्र में भी क्षेत्र को कई अहम सौगातें मिली हैं।
लौकहा बाजार स्टेशन फिर से रेल मानचित्र पर
मधुबनी जिले के भारत-नेपाल सीमा के पास स्थित लौकहा बाजार रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह परिचालन में है। वर्षों से बंद पड़े इस स्टेशन को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर फिर से चालू किया गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस रेलखंड का उद्घाटन किया था और MEMU ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी।
फिलहाल लौकहा बाजार स्टेशन से झंझारपुर जंक्शन तक यात्री व मेमू ट्रेनें नियमित रूप से चल रही हैं, जिससे स्थानीय व्यापारियों, छात्रों और आम यात्रियों को आवागमन में सहूलियत मिल रही है। अब पटना तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने से पूरे मिथिलांचल को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है।
बाढ़ प्रभावित मिथिलांचल में रेलवे की ओर से अधिक अधिक संपर्क माध्यम विकसित करने की कोशिश की जा रही है। नई सेवा को इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।


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