पछुआ के प्रभाव से तापमान में लगातार गिरावट, कनकनी में वृद्धि से परेशानी
मधुबनी जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। कोहरे के कारण कनकनी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और ठंड ...और पढ़ें

जिले में आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मधुबनी।बीते दो दिनों से जिले में ठंड में रफ्तार पकड़ ली है। तापमान में लगातार जारी गिरावट के कारण ठंड बढ़ने लगी है। ब्रहस्पतिवार का उच्चतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह में 210 एक्यूआई के आसपास रही।
जिले में बुधवार की शाम से ही ठंड में इजाफा होने लगा था। ब्रहस्पतिवार सुबह जब लोग उठे तो कुहासा छाया था। फिलहाल लोगों को दिन में सूर्य देव के दर्शन जरूर हो रहे हैं, परन्तु कनकनी में तेजी आई है।
फलस्वरूप धूप में वह गर्मी नहीं महसूस हो रही है। दिनभर लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलती रही। मौसम विभाग के अनुसार जिले में आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है।
इस दौरान कोहरे और कनकनी में भी वृद्धि होगी। मौसम विज्ञानी की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता एवं पछिया हवा के साथ जमीन में नमी के कारण ठंड का कहर कुछ दिनों में और अधिक होगी।
सुबह में हल्के से मध्यम कोहरे का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार के मुताबिक, आसमान में कहीं-कहीं हल्के बादल के साथ धीमी गति से पछिया हवा चलेगी। इससे कनकनी वाली ठंड बढ़ेगी। अगले कुछ दिनों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में भी तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी।
सुबह शाम छाया रहेगा कोहरा
सुबह शाम लोगों को कोहरे का सामना करना पड़ेगा। आने वाले दिनों में भी मौसम की यही रफ्तार रहेगी। ठंड बढ़ने के साथ ही बाजारों में गर्म कपड़ों की मांगे बढ़ गई है। जिले के हर छोटे बड़े चौक चौराहों व बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानें सजी हुई है। जहां दिनभर लोगों का गर्म कपड़े खरीदने के लिए आना जाना लगा रहता है।
ठंड से बचने को लोग कर रहे उपाय
आने वाले समय में कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करने में जुट गए हैं। ठंड से बचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित रजाई व कंबल की खरीदारी भी बढ़ गई है। बाजार में अलग-अलग प्रकार के हीटर ब्लोअर उपलब्ध हैं। जिसे खरीद लोग आने वाली ठंड से बचने की जद्दोजहद कर रहे हैं। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में ऊनी व गर्म कपड़ों की मांग काफी बढ़ गई है।
जल्दी बंद होने लगे बाजार
ठंड बढ़ने के साथ ही लोगों के दिनचर्या में भी बदलाव आ गया है। बढ़ते ठंड के कारण प्रमुख बाजार कि दुकानें भी देर से खुली लगी है। वहीं शाम 5.30 बजे के बाद ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर विरानगी छाने लगी है। शाम के 7.30 बजते बजते बाजार बंद होने लगे हैं।

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