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    स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कमी दूर करने में जुटा विभाग

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 12 Jul 2022 12:08 AM (IST)

    सदर अस्पताल सहित जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है। खासकर कोविड की पहली लहर के बाद से ही स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के क्रम में स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच उपकरण बढ़ाए जा रहे हैं।

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    स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कमी दूर करने में जुटा विभाग

    मधुबनी । सदर अस्पताल सहित जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है। खासकर कोविड की पहली लहर के बाद से ही स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के क्रम में स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच उपकरण बढ़ाए जा रहे हैं। चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। वहीं, दवाओं की कमी भी दूर हो रही है। बता दें कि सदर अस्पताल में आउटडोर के लिए के लिए 110 तरह की दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें फिलहाल 76 किस्म की दवाएं उपलब्ध हैं। वहीं, इंडोर के लिए 96 किस्म की दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें वर्तमान में 70 किस्म की दवाएं उपलब्ध हैं। करीब पांच साल से कफ सिरप की आपूर्ति बंद है, जबकि बच्चों के लिए विभिन्न तरह की सिरप की आपूर्ति हो रही है। कफ सिरप की जगह टेबलेट की आपूर्ति हो रही है। पेट संबंधी गैस, लीवर, किडनी, सर्दी, खांसी, बुखार संबंधी दवाएं उपलब्ध होते हैं। वर्तमान में जिले के अधिकांश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 48 से 50 किस्म की दवाएं उपलब्ध हैं।

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    बीएमएसआईसीएल करता दवाओं की आपूर्ति :

    बता दें कि सदर अस्पताल सहित जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के लिए दवा की आपूर्ति बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) द्वारा किया जाता है। स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवा की उपलब्धता को देखते हुए तीन महीना पहले बीएमएसआईसीएल से दवा की की मांग की जाती है। जिसके आलोक में बीएमएसआईसीएल द्वारा सदर अस्पताल को दवा की आपूर्ति की जाती है। फिर सदर अस्पताल द्वारा मांग के अनुरूप स्वास्थ्य केंद्रों को दवा की आपूर्ति कर दी जाती है। स्वास्थ्य केन्द्रों को जरूरत के अनुरूप बीएमएसआईसीएल द्वारा आपूर्ति नहीं किए जाने की स्थिति में विभागीय स्तर पर आवश्यक दवाओं की खरीदारी की जाती है।

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    जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाओं के उपलब्धता की स्थिति संतोषजनक :

    बिस्फी स्वास्थ्य केन्द्र पर फिलहाल इंडोर में 25, आउटडोर में 39 तरह की दवाएं उपलब्ध हैं। रेबीज और एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन सहित अन्य दवाएं उपलब्ध हैं। बाबूबरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इंडोर में 96, आउटडोर में 42 तरह की दवाएं उपलब्ध हैं। फिलहाल 24 तरह की दवाएं एक सप्ताह से उपलब्ध नहीं है। राजनगर सीएचसी पर इंडोर व आउटडोर में फिलहाल 107 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। रेबीज व एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन के अलावा आयरन व फालिक एसिड की गोलियों पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। दो-तीन दिनों से कुछ दवाओं का अभाव बना है। यहां प्रतिदिन करीब 150 मरीज पहुंचते हैं। इसी तरह बेनीपट्टी, खजौली, झंझारपुर, लौकही, बासोपट्टी, जयनगर, पंडौल, मधवापुर, अंधराठाढ़ी सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर कमोबेश दवा की उपलब्धता की यही स्थिति है।

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