बॉलीवुड एक्टर नरेन्द्र झा का निधन, मधुबनी के कोइलख वासी हैं हैरान
बिहार के मधुबनी जिले के कोइलख गांव के रहने वाले बॉलीवुड एक्टर नरेंद्र झा का आज मुंबई में हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनकी मौत की खबर सुनकर मधुबनी के लोग स्तब्ध हैं।
मधुबनी [जेएनएन]। आत्मबल के पन्नों पर दृढ़ विश्वास की कलम से कामयाबी का इतिहास लिखने वाले हिन्दी फिल्म और टीवी जगत केनामचीन अभिनेता नरेन्द्र झा के निधन की खबर बुधवार सुबह से पहुंचते ही उनके गृह जिले मधुबनी में लोग अवाक रह गए।
जिला मुख्यालय से सटे राजनगर प्रखंड के उनके पैतृक गांंव कोइलख में मातम पसर गया है। बड़े व छोटे पर्दे पर कई सफलताएं हासिल करते हुए आज फिल्मी दुनिया में धमाल मचाने वाले नरेन्द्र झा के यूं अचानक गुजर जाने से हर कोई यहां स्तब्ध है।
जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के कोइलख गांव निवासी करीब 45 वर्षीय नरेन्द्र झा ने दो दशकों से छोटे व बड़े पर्दे पर अपने अभिनय की खास पहचान कायम की । पिछले साल प्रदर्शित शाहरूखखान के साथ वाली हिंदी फिल्म
‘रईस’, ऋतिक रौशन के साथ वाली ‘काबिल’ और ‘मोहनजोदाड़ो’ सहित सन्नी देओल के साथ वाली 2016 में प्रदर्शित घायल वन्स अगेन में नरेन्द्र झा के सशक्त अभिनय को काफी सराहा गया।
टीवी चैनल 'लाइफ ओके’ पर 'हवन’ सीरियल में 'बाप जी’ के रूप में घर-घर में खासकर महिला व बच्चों में अपनी पहचान कायम करने वाले नरेन्द्र झा जेएनयू दिल्ली से एमए के बाद स्व. जी.बी. अय्यर की हिन्दी फिल्म 'सांताला’, इम्तियाज पंजाबी की 'फंटूस’, श्याम बेनेगल की 'नेताजी सुभाष चन्द्र बोस’, संजय सिंह की 'कच्ची सड़क’, शेखर झा की 'इक दस्तक’ तथा राज माउली की तेलगू फिल्म 'छत्रपति’, 'यमडोंगा’ के अलावा टीवी
धारावाहिक 'इतिहास’, 'कैप्टन हाउस’, 'सीआइडी ऑफिसर’, 'क्योंकि सास भी बहू थी’, 'रावण’, 'छूना है आसमान’, 'चीफ ऑफ बगदाद’, 'ली है हमने शपथ’ के अलावा अन्य धारावाहिकों में सशक्त भूमिका अदा कर कला के क्षेत्र में अपना परचम लहराने में सफलता हासिल की ।
कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ झा ने हिन्दी फिल्म 'स्वामी श्रद्धानंद जी’ में भी अहम भूमिकानिभाई। झा ने
इंडोनेशियन भासा के राती फिल्म्स की 'लव इन बॉम्बे’ में मुख्य भूमिका के अलावा कपड़ों की जानी-मानी कंपनी एमरल्ड इंटरनेशनल के ब्रांड एम्बेस्डर तथा रशियन भाषा के टेलीविजन सीरियल 'राजावास्का’ में भी भूमिका अदा की ।
झा फिल्म जगत में कामयाबी के पीछे गॉड फादर के बजाय गॉड मदर की चर्चा करते हुए कहते थे कि कोइलख की मां भद्रकाली भगवती की कृपा से ही आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैैं। झा कहते थे कि मां भद्रकाली के
आशीर्वाद के अलावा उनकी माता सुशीला झा(अब स्वर्गीय), पिता शुभ नारायण झा(अब स्वर्गीय) तथा भाई योग नारायण झा, प्रो. शेषनारायण झा, डा.अमरेन्द्र नारायण झा का सदा सहयोग मिलता रहा ।
झा की मैथिली फिल्म निर्माण की दिशा में मिथिलांचल में उनकी एक एक्टिंग इंस्टीच्यूट खोलने की भी योजना थी। नरेंद्र झाके निधन पर उनके भाई प्रो. शेषनारायण झा ने दूरभाष पर फूट-फूटकर रोते हुए कहा कि मधुबनी ने अपना एक गुणी लाल खो दिया है।