Bihar Politics: मिथिलांचल में कदम मजबूत करने की कोशिश में महागठबंधन, अतिपिछड़ा वोटरों पर फोकस
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा मधुबनी में प्रवेश कर रही है जिसमें प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी। यह यात्रा जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी जहाँ अतिपिछड़ा पिछड़ा और मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। राजद इस यात्रा के माध्यम से मिथिला क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है खासकर अतिपिछड़ा वर्ग को साधने का प्रयास किया जा रहा है।
ब्रज मोहन मिश्र, मधुबनी। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा मंगलवार को मिथिलांचल के मधुबनी में प्रवेश करेगी। इसमें प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी। जिले में करीब 70 किलोमीटर की यह यात्रा लौकहा विधानसभा के नरहिया को पार करते हुए फुलपरास, झंझारपुर, दरभंगा ग्रामीण और मधुबनी विधानसभा क्षेत्र होते हुए सकरी से दरभंगा में प्रवेश कर जाएगी।
मधुबनी के पांच विधानसभा क्षेत्रों से यह यात्रा गुजरेगी। इस रास्ते में दरभंगा जिले का मनिगाछी पड़ता है। यह दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। सरिसब पाही और सकरी मधुबनी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इन क्षेत्रों में यात्रा का प्रमुख कारण अतिपिछड़ा, पिछड़ा के अलावा मुस्लिम का करीब 35 प्रतिशत वोट होना है।
अभी मधुबनी सीट राजद के पास है तो झंझारपुर में भाजपा, फुलपरास में जदयू, लौकहा में राजद और दरभंगा ग्रामीण में राजद। यात्रा सुपौल से मधुबनी में प्रवेश करेगी। देखने वाली बात है कि सुपौल, मधुबनी और दरभंगा की 25 विधानसभा सीटों में एनडीए ने 2020 में 22 पर जीत हासिल की थी।
इस क्षेत्र से सात मंत्री हैं। जिन तीन सीटों लौकहा, दरभंगा ग्रामीण और मधुबनी पर राजद को जीत मिली थी, वो तीनों भी इसी रूट पर हैं। कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली थी। आइएनडी गठबंधन को इस बात का मलाल है कि इस क्षेत्र में उसकी स्थिति काफी कमजोर है।
मधुबनी की 10 सीटों में से आठ एनडीए के कब्जे में है। दो पर राजद है। मिथिला में खुद को मजबूत करने के लिए राजद ने अति पिछड़ा झंझारपुर निवासी मंगनी लाल मंडल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, ताकि इस वर्ग के वोट बैंक को साधा जा सके। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वोटर अधिकार यात्रा के दौरान अतिपिछड़ा वर्ग की अलग से एक बैठक की तैयारी है। यह बैठक मिथिला हाट में होगी।
मुस्लिम आबादी से गुजरेगी यात्रा
यात्रा झंझारपुर के मोहना से एनएच छोड़कर कुछ देर के लिए निचले रूट पर उतरेगी और कन्हौली पर फिर एनएच पर चढ़ेगी। इस रास्ते पर मुस्लिम आबादी का बड़ा हिस्सा है। मिथिला का यह क्षेत्र जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य संजय झा और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का भी गढ़ है। इस क्षेत्र में सेंधमारी के लिए आइएनडी गठबंधन पूरी ताकत लगाने को तैयार है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस क्षेत्र में अतिपिछड़ा वर्ग एनडीए को जमकर वोट करता है। पिछड़ा वर्ग में भी एनडीए के वोटर हैं। यादवों में भी एनडीए ने अच्छी सेंध लगा रखी है। ऐसे में पिछड़ा और अतिपिछड़ा के दिमाग में यह डालने की कवायद है कि एनडीए आपके वोट को काटकर अधिकार छीनना चाहता है। बहरहाल, इस यात्रा से आईएनडीआई गठबंधन को चुनाव में कितनी सफलता मिलेगी, यह आने वाले कुछ माह में साफ हो जाएगा।
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