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    जयनगर-दरभंगा फोरलेन के लिए नए ढंग से तैयार होगी योजना, सामने आई बदलाव की वजह

    By Md Ali Edited By: Ajit kumar
    Updated: Thu, 04 Dec 2025 06:53 PM (IST)

    जयनगर-दरभंगा राष्ट्रीय उच्च पथ को फोरलेन बनाने की योजना गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के कारण प्रभावित हो रही है। जयनगर से बनवारी तक के 38 किलोमीटर के ...और पढ़ें

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    अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवस्थित होने के कारण इसे जरूरी माना जा रहा। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी, जयनगर (मधुबनी)। सीमावर्ती जयनगर के लोगों के लिए एक निराश करने वाली खबर है। जयनगर दरभंगा राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 527बी (पुराना 105) को फोरलेन बनाए जाने की योजना फिलहाल टाल दी गई है। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे निर्माण को लेकर इस योजना पर पानी फिर गया है।

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    जानकारी के अनुसार दरभंगा से जयनगर तक कुल 53 किमी एनएच 527बी (पुराना 105) को फोरलेन बनाया जाना था। मौजूदा स्थिति यह है कि जयनगर से बनवारी लगभग 38 किलोमीटर एनएच को फोरलेन करने की योजना नए सिरे से तैयार की जाएगी।

    टेंडर की प्रक्रिया को पूरी

    जबकि दरभंगा के दिल्ली मोड़ से करीब 15 किलोमीटर बनवारी गांव तक एनएच 527बी को फोरलेन निर्माण के लिए विभाग द्वारा टेंडर की प्रक्रिया को पूरी की जा चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाए, लेकिन बनवारी से जयनगर एनएच चौड़ीकरण में बाधा के रूप में गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे सामने आ रही है।

    जयनगर चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव अनिल बैरोलिया, कैट अध्यक्ष प्रीतम बैरोलिया समेत सामाजिक व बुद्धिजीवियों ने सीमावर्ती क्षेत्र जयनगर को उपेक्षित करने का आरोप लगाया है। कभी चावल एवं एल्यूमिनियम बर्तन उद्योग के लिए मशहूर रहा जयनगर भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवस्थित है।

    सीमावर्ती क्षेत्र का बहुत बड़ा व्यवपारिक केन्द्र भी है। यह पूर्व मध्य रेलवे का टर्मिनल स्टेशन भी है। यहां सशस्त्र सीमा बल 48वीं बटालियन का मुख्यालय एवं अंतरराष्ट्रीय नेपाली रेलवे स्टेशन भी है। बावजूद इसके जयनगर को फोरलेन व एक्सप्रेसवे जैसे महत्वपूर्ण सड़कों से नहीं जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण माना जा रहा है।

    पहल करने की जरूरत

    आम लोगों की मानें तो जयनगर एवं सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के लिए जयनगर को फोरलेन और एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाना आवश्यक है। भारत सरकार को इस बात को संज्ञान में लेकर पहल करने की जरूरत है। बता दें कि विभाग ने जयनगर दरभंगा एनएच 527 बी करीब 53 किलोमीटर फोरलेन के सौगात के साथ तीन जगहों पर बाईपास निकाला था।

    जिसमें दुल्लीपट्टी, नरार, रहिका और औंसी शामिल हैं। लेकिन गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर इस योजना को ठंडे बस्ते में रख कर नई तरीके से योजना बनाया जाएगा। गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे मधुबनी जिले के कलुआही के पास गुजर रहा है।

    इस मामले में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता राज किशोर कुमार ने बताया कि जयनगर दरभंगा के करीब 38 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण के लिये नए तरीके से योजना तैयार की जाएगी। फिलहाल गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के कारण इस काम को टाला गया है।