Babubarhi vidhan sabha Seat 2025: आवागमन की परेशानियां हुईं दूर, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र की उम्मीदें अधूरी
Babubarhi Assembly Seat 2025 त्रिवेणी संगम पिपराघाट पर लगने वाले मेले को अब तक राजकीय दर्जा नहीं मिला है। इससे क्षेत्र का अपेक्षित विकास नहीं हो रहा। लोगों को अपेक्षा थी कि इससे पर्यटन का विकास होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था में बदलाव होगा। लाखों खर्च कर पीकू सेंटर का निर्माण हुआ किंतु सुविधा बहाल नहीं हो सकी।

मदन कुमार कर्ण, बाबूबरही (मधुबनी)। Bihar Vidhan sabha Chunav 2025 / Babubarhi vidhan sabha Seat 2025 / Babubarhi Assembly Seat 2025: बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र में बाबूबरही प्रखंड की 20, लदनियां की 15 तथा खजौली की सात पंचायतें आती हैं। ऐतिहासिक राजा बलि का गढ़, राजा पद्मसिंह की राजधानी धरहरवा डीह, लक्ष्मी नारायण मंदिर, सर्रा का मदनेश्वर स्थान मंदिर, खोजपुर का सोमनाथ महादेव मंदिर उद्धारक की बाट जोह रहा है। पिपराघाट के त्रिवेणी संगम पर कार्तिक मास में एक माह का कल्पवास तथा पांच दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेले का आयोजन होता है, लेकिन इसे राजकीय मेले का दर्जा नहीं मिल सका।
विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों सड़क सहित दर्जनभर पुल-पुलियों का निर्माण हुआ। 100 से अधिक सड़क पर मुख्यमंत्री सड़क उन्नयन योजना का बोर्ड लगा है। कई टेंडर में हैं। प्रायः सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में दो-दो एएनएम की बहाली हुई है, लेकिन अस्पताल में चिकित्सक का अभाव है।
पुरातात्विक स्थल बलिराजगढ़ का नहीं हो सका विकास। जागरण
लाखों रुपये खर्च कर बाबूबरही में पीकू सेंटर का निर्माण हुआ, पर सुविधा बहाल नहीं हो सकी। हर खेत पानी पहुंचाने को लेकर विद्युतीकरण का कार्य जारी है। मुख्य नहर से शाखा नहर को जोड़ने का कार्य जोरों पर है। विद्यालय में शिक्षकों के अभाव पर बहुत हद तक काबू पा लिया गया है। पर्याप्त सरकारी जमीन रहते भी किसी उद्योग या उच्च तकनीकी, शैक्षणिक संस्थान नहीं होने की कसक लोगों को है।
प्रमुख कार्य जो हुए
- पिपराघाट-नवटोली सहित महत्वपूर्ण 10 पुलों का निर्माण।
- अधिकाधिक पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण।
- सौ से अधिक सड़क का मुख्यमंत्री सड़क उन्नयन योजना के तहत स्वीकृति तथा कार्य प्रारंभ।
- बाबूबरही में पीकू सेंटर का निर्माण।
प्रमुख काम जो नहीं हो सके पूरे
- एकहरी-धर्मडीहा योगा टोल में त्रिशूला नदी पर, मैनाडीह सोनी नदी पर, डलोखर हथसारा बलान नदी, महादेव चौक खजौली से पूरा कोसी नदी, पिरही से पश्चिम बलान नदी तथा बलाटी से पश्चिम सोनी नदी पर पुल का निर्माण नहीं हो सका।
- वर्षों पूर्व खाजेडीह उच्च विद्यालय मैदान में स्वीकृति स्टेडियम तथा बाबूबरही में माडल प्रखंड कार्यालय का निर्माण नहीं हो सका।
- सड़क अतिक्रमित तथा पानी निकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण बाबूबरही बाजार की पहचान गंदगी बन गई है।
- खजौली बाजार से संतु चौक होते सुक्खी जाने वाली सड़क चौड़ी नहीं हो सकी।
विधानसभा क्षेत्र : एक नजर में
कुल मतदाता | 3,24,513 |
पुरुष | 1,70,317 |
महिला | 1,54,170 |
थर्ड जेंडर | 26 |
लोगों ने जो कहा
विकास के दावे खोखले हैं। अब भी गांवों में व्यवस्थित तरीके से बिजली नहीं पहुंची है। स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क की स्थिति बदहाल है। कृषकों के लिए सिंचाई के समुचित साधन उपलब्ध नहीं हैं।
सोनी झा, खजौली
पांच वर्ष में विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य की स्थिति सुदृढ़ हुई है। शुद्ध पेयजल की समस्या बरकरार है। लोग पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। बिजली, सड़क, सिंचाई के क्षेत्र में सुधार हुआ है।
पंकज कुमार, मुरहद्दी
रोजगार के अवसर बढ़े हैं, लेकिन सड़कों की स्थिति जर्जर है। आटो की भरमार के बावजूद कहीं भी स्टैंड का निर्माण नहीं कराया गया है। इस कारण आवागमन की समस्या उत्पन्न होती है।
सुनील साफी, बथुआहा
गत चुनाव में वर्तमान विधायक की जीत को लेकर मनौती मांगी थी, किंतु विधायक जनता की आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरे। हालांकि, मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत कई अच्छे कार्य हुए हैं।
मो. मुस्तकीम, मिश्रौलिया
ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सक नहीं
सिंचाई व्यवस्था को लेकर किसानों में त्राहिमाम की स्थिति है। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सक नहीं हैं। शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। उच्च विद्यालय खाजेडीह में स्टेडियम का निर्माण नहीं हुआ। सड़कों की स्थिति जर्जर है, जबकि मेरे कार्यकाल में 94 सड़क, 18 तालाब घाट, 70 सामुदायिक भवन, 10 पुल सहित दर्जनों कब्रिस्तान की घेराबंदी सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य हुए।
उमाकांत यादव, प्रतिद्वंद्वी, पूर्व विधायक
आवागमन को सुगम बनाने की दिशा में काम
अब तक 300 सड़कों का निर्माण हुआ। 150 टेंडर में है। पिपराघाट सहित कई अन्य पुलों का निर्माण हुआ। दर्जनभर पुल की स्वीकृति मिल गई है। 15 टेंडर में है। 27 पंचायत सरकार भवन का निर्माण हुआ। सिंचाई की सुविधा में संपूर्ण जिले में लदनिया एक नंबर पर है। हर खेत पानी पहुंचाने को लेकर शाखा नहरों का जाल बिछाया जा रहा है। स्कूल में शिक्षक, अस्पताल में चिकित्सक तथा स्वास्थ्यकर्मी की पर्याप्त बहाली हुई। विधायक कोष में पांच वित्तीय वर्ष में 16 करोड़ रुपये मिले। 140 योजनाओं की स्वीकृति मिली। शत-प्रतिशत राशि विद्यालयों में आधारभूत संरचना, सड़क, तालाब घाट, छठ घाट, सामुदायिक भवन, यात्री शेड सहित अन्य विकास कार्यों में लगाई गई।
मीना कामत, विधायक
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