बाबा कपिलेश्वर स्थान में बिखरने लगी मधुबनी पेंटिग की छटा
मधुबनी। शिव भक्तों की आस्था श्रद्धा व भक्ति से जुड़े प्रसिद्ध देवस्थल बाबा कपिलेश्वर स्थान में भी विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिग्स की छटा बिखरने लगी है।
मधुबनी। शिव भक्तों की आस्था, श्रद्धा व भक्ति से जुड़े प्रसिद्ध देवस्थल बाबा कपिलेश्वर स्थान में भी विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिग्स की छटा बिखरने लगी है। रहिका प्रखंड क्षेत्र स्थित बाबा कपिलश्वर स्थान को मिथिला चित्रकारी से निखारने में दो दर्जन से अधिक कलाकार जुटे हुए हैं। मिथिलांचल का देवघर कहे जाने वाले ऐतिहासिक व प्रसिद्ध शिव स्थल बाबा कपिलेश्वर स्थान के सुंदरीकरण को लेकर कुछ वर्षों प्रयास जारी है। परिसर में रंगमंच व विवाह भवन निर्माण कार्य कर दिए जाने से परिसर आकर्षक बन गया था। मधुबनी पेंटिग से इसमें चार चांद लग गया है।
लोकहित रंगपीठ सेवा संस्थान, मधुबनी के संयोजन में मिथिला चित्रकला के 27 कलाकारों में स्टेट अवार्डी हेमा कर्ण, अशोक पासवान, उमेश पासवान, कमलदेव पासवान के निर्देशन में लगभग 5 हजार वर्गफीट में यह कार्य किया जा रहा है। अभी 50 प्रतिशत कार्य ही पूरा हुआ है। मगर, इतने से ही परिसर का रूप बदला हुआ नजर आने लगा है। संस्थान के सचिव प्रो. महेंद्र लाल कर्ण ने बताया कि अगले एक पखवाड़े में चित्रकारी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
ककरौल उत्तरी पंचायत की मुखिया पूनम चौरसिया ने प्रो. कर्ण से पत्र के माध्यम से बाबा कपिलेश्वर स्थान परिसर को मिथिला चित्रकारी से सजाने का अनुरोध किया था। कपिल मुनि के आश्रम के रूप में जाने जाना वाले इस स्थान में जिले ही नहीं दूर-दराज के लोग भी आते हैं। काम करने वाले कलाकारों में अंजली मंडल, गीता मंडल, सोनी शर्मा, अनिता, रक्षा, रेखा, अनुराधा, मधु, अभिषेक, विनय, विकास, महेश, सुरेश, संतोष, चंदन आदि शामिल हैं।