Updated: Wed, 03 Sep 2025 10:13 AM (IST)
मधेपुरा के कुमारखंड में एक हृदयविदारक घटना हुई। बैसाढ़ पंचायत में पशु चारा मशीन में फंसे बेटे नीतीश को बचाने की कोशिश में पिता अरविंद यादव की जान चली गई। नीतीश गंभीर रूप से घायल है और उसे पटना रेफर किया गया है। नीतीश और उसकी पत्नी ने मिलकर चारा उत्पादन केंद्र खोला था।
संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा)। कुमारखंड थाना क्षेत्र की बैसाढ़ पंचायत में पिता ने बेटे को बचाने में अपनी जान गंवा दी। अरविंद यादव अपने बेटे नीतीश कुमार उर्फ छोटू को पशु चारा बनाने वाली मशीन से निकालने गए थे।
नीतीश की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उसे दाहिने हाथ में गंभीर चोट आई है। उसे जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज से पटना रेफर किया गया है।
नीतीश कुमार ने एक वर्ष पूर्व अपनी पत्नी सिंपी कुमारी के साथ मिलकर पशु चारा उत्पादन केंद्र खोला था। सोमवार की दोपहर तीन बजे, जब नीतीश चारा तैयार कर रहा था, तभी मशीन में कच्चे दाने की बोरी फंस गईं।
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मशीन को बंद किए बिना ही उसने बोरी निकालने का प्रयास किया, जिससे तेज गति से चल रही मशीन का थ्रेसर उसके हाथ को खींचने लगा।
इस दौरान नीतीश के चिल्लाने पर उसके पिता अरविंद यादव दौड़कर आए और बेटे का हाथ छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन उनका हाथ भी मशीन में फंस गया। दोनों का हाथ मशीन में बुरी तरह फंस गया और टुकड़ों में कट गया।
जब परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे, तो उन्होंने मशीन को बंद कर बाप-बेटे को अलग किया। दोनों बेहोश पड़े थे। अरविंद यादव को गंभीर स्थिति में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
नीतीश को प्राथमिक उपचार के बाद पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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